घरों के प्रकार – Types of houses :-
क्या आप लोग जानते हैं कि घर कितने प्रकार के होते हैं ? अगर नहीं जानते तो चलिए हम आपको बताते हैं ! घरों के प्रकार – Types of houses की हम बात करें तो झोपडी से लेकर फ्लैट तक के सफर में मकानों के स्वरूप और प्रकार बिल्कुल बदल चुके हैं। घरों के निर्माण में कई अत्याधुनिक तकनीक और सामग्रियों का इस्तेमाल होने लगा है ! आलीशान महल, बंगले और ऊंची-ऊंची सैकड़ों मंजिलों की बिल्डिंग और अपार्टमेंट ने रहने की सभी परिभाषाएं बदल दी हैं। आज मकानों के निर्माण में लकड़ी, ईंट, पत्थर, कंक्रीट, और लोहे के अलावा कांच का भी उपयोग किया जा रहा है। कुछ ऐसे ही आधुनिक घर हैं जिन्हें हम विभिन्न नामों से जानते हैं आईये इनके बारे में आज विस्तार पूर्वक जानते हैं :-
घरों के प्रकार Types of houses :-
1- बंगला :- एक मंजिला मकान होता है, लेकिन आकर में बड़ा और महंगा होता है !
2- फार्म हाउस :– खेत खलिहान के पास बना मकान, जिसे लोग सुविधानुसार उपयोग करते हैं अक्सर ऐसे घरों का प्रयोग कृषि कारों के लिए होता है ।
3- कॉटेज :- एक तरह से एक मंजिला छोटा सा मकान होता है जो छोटे देशों में रहने के लिए बनाए जाते हैं।
4- मेंशन :- बोलचाल की भाषा में इसे भव्य भवन, महल कहा जाता है। मेंशन आकार में बहुत बड़े और अत्यधिक महंगे होते हैं।
5- अपार्टमेंट बिल्डिंग :- यह एक तरह की मल्टी यूनिट रेजिडेंस बिल्डिंग होती है, जिसमें बहुत सारे (सामान्य तौर पर चार या उससे ज्यादा) अपार्टमेंट एक
ही कैम्पस में बने होते हैं।
6- अपार्टमेंट :- इस बिल्डिंग में चार या चार से ज्यादा लोगों के रहने के लिए मकान बनाए जाते हैं, जिन्हें फ्लैट कहा जाता है।
7- टॉवर ब्लॉक :- बहुत ऊंची अपार्टमेंट बिल्डिंग को टावर ब्लाक कहते हैं !
8- फ्लैट :- अपार्टमेंट में हर मंजिल पर कई मकान (छोटे-बड़े) बनाए जाते हैं, जिन्हें बोलचाल में फ्लैट कहा जाता है।
9- डुप्लेक्स :- दो अलग-अलग घर अक्सर एक दीवार से जुड़े होते हैं, लेकिन कभी-कभी अलग-अलग मंजिलों पर भी होते हैं। जिनमें एक दीवार की साझेदारी
होती है, लेकिन इन घरों में प्रवेश अलग-अलग होता है।
10- पेंट हाउस :- बहुमंजिला इमारत की सबसे ऊंची मंजिल पर एक स्वतंत्र आवास को पेंटहाउस कहा जाता है।
11- हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी :– हाउसिंग कॉलोनी को सरकार द्वारा किसी स्कीम के तहत बनाया जाता है, जहां लोगों के रहने के लिए कई आकारों के
मकान बनाए जाते हैं।
12- ट्री हाउस :- इस तरह के मकान का निर्माण किसी पेड़ की दो-तीन मजबूत शाखाओं पर किया जाता है, जो जमीन से कम से कम तीन मीटर की ऊंचाई
पर होता है।
13- झोंपड़ी या कुटीर :- यह छोटा और प्राय: अस्थायी तौर पर रहने का घर या ओट होती है जो अक्सर घास फूस का बना होता है !
14- लॉज :- एक ऐसा मकान जो किसी खास मौसम में रहने के लिए अलग से तैयार किया जाता है।
15- इग्लू (बर्फ के घर) :- एक एस्कीमो घर जो स्थायी रूप से रहने के लिए लकड़ी, तृणभूमि या पत्थर से बना होता है अस्थायी रूप से रहने के लिए बर्फ के
ब्लाक्स के द्वारा गुंबद नुमा आकार में बनाया जाता है।
16- पेगोडा :- सुदूर पूर्व का बहु मंजिला बौद्ध टॉवर जो कि स्मारक या मंदिर के आकार में बना होता है।
17- टेंट :- यह किसी विशेष कार्य के लिए अस्थायी रूप से तिरपाल का बनाया गया घर होता है जिसका प्रयोग अक्सर फौज या पर्यटक का करते हैं !
18 – बोट हॉउस :- ऐसे घर अक्सर नौकाओं में बनाई जाती हैं जिसका प्रयोग सैलानी करते हैं !
19 – सनो हाउस (Snow house) :- इस प्रकार के घर बर्फ वाले पर्यटन स्थलों में सैलानियों को आकर्षित करने के लिए बनाये जाते हैं !
घरों के प्रकार Types of houses
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