सिमटते गाँव: शहरीकरण की आंधी में विलुप्त होती ग्रामीण जड़ें
विश्व में सबसे बड़े बदलावों में गांवों की सख्या का तेजी से गिरना है। संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक, सामाजिक विभाग की एक रिपोर्ट के अनुसार, १९६५ में दुनिया में गांवों की आबादी तीन अरब से ऊपर थी और शहरों की आबादी लगभग दो अरब थी। लेकिन 2025 आते-आते इसमें अप्रत्याशित बदलाव आया और […]
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