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Oceanigate Submarine accident

Oceanigate Submarine accident – ओशनगेट एक अद्भुत समुद्री अनुसंधान और यात्रा कंपनी

मानव इतिहास भर समुद्री अन्वेषण और यात्रा का जुनून रहा है। समुद्र के अनगिनत गहराई में छुपी रहस्यमयी दुनिया को खोजना और उसके गहराईयों में समाविष्ट होना, मानवीय करिश्मा को प्रकट करने का एक रोमांचक काम है। ओशनगेट एक ऐसी अद्भुत समुद्री अनुसंधान और यात्रा कंपनी है जो विश्वास की जाने वाली है। इस ब्लॉग में हम ओशनगेट (Oceanigate Submarine accident) के बारे में विस्तृत जानकारी, उसके कार्यक्रमों और अनुभवों के बारे में चर्चा करेंगे जो समुद्री खोज और अनुसंधान के क्षेत्र में एक अद्भुत परिवर्तन का प्रतीक है।

ओशनगेट का परिचय

ओशनगेट 2009 में स्थापित की गई एक अमेरिकी नॉन-प्रोफिट संगठन है जो समुद्री अनुसंधान और यात्रा के क्षेत्र में काम करती है। यह कंपनी समुद्री गहराई में विशेषज्ञता रखती है और अपने सदस्यों को अद्भुत समुद्री अनुसंधान यात्राओं के लिए अवसर प्रदान करती है। ओशनगेट के प्रमुख उद्देश्यों में से एक है उन्हें वैज्ञानिक और औद्योगिक संगठनों के साथ सहयोग करके मानवीय ज्ञान और तकनीकी क्षमता में सुधार करना।

ओशनगेट की स्थापना

वर्ष 2009 में, अमेरिकी एडवेंचर और पूर्व निवेशक,  बैंकर स्टॉकटन रश ने ओशन गेट कंपनी की स्थापना की थी । जिनकी हाल ही में ओशनगेट पनडुब्बी की दुर्घटना में मौत हो गई. टाइटैनिक के मलबे को देखने के लिए वह अन्य यात्रियों के साथ टाइटैनिक पनडुब्बी पर गए थे । इस कंपनी का मुख्यालय अमेरिका के वाशिंगटन में है। इस कंपनी की पनडुब्बी यात्रियों को टाइटैनिक में बैठाकर टाइटैनिक का मलबा दिखाने ले जाती थी। यही इस कंपनी का मुख्य उद्देश्य था. अटलांटिक महासागर में तट पर पड़े टाइटैनिक के मलबे को दिखाने के लिए ओशनगेट एक्सपीडिशन अपनी पनडुब्बी, टाइटन के माध्यम से पर्यटन संचालित करता है। इस यात्रा की लागत के बारे में सुनकर हर कोई हैरान रह गया। क्योंकि कंपनी समुद्र में डूबे किसी पुराने ऐतिहासिक जहाज के मलबे को देखने के लिए यात्री से 250,000 अमेरिकी डॉलर यानी 20,488,800 रुपये वसूलती थी। इसमें सभी यात्रा व्यय शामिल थे। यात्रा कुल आठ घंटों की थी। जिसके लिए पनडुब्बी यात्रियों को 12,500 फीट नीचे ले गई। (Oceanigate Submarine accident)

ओशनगेट के कार्यक्रम

ओशनगेट की प्रमुख गतिविधियों में समुद्री अनुसंधान यात्राएं, समुद्री अवलोकन और उपयोगी सूचना एकत्र करने के लिए नौकायन, जलाशय उद्घाटन और छोटे समुद्री प्रशासनिक कार्यक्रम शामिल हैं। इन कार्यक्रमों के माध्यम से, ओशनगेट समुद्री अनुसंधान के लिए विशेष उद्देश्यों की प्राप्ति करने का प्रयास करती है और उच्च-तकनीकी उपकरणों का उपयोग करके महत्वपूर्ण डेटा और सूचना उत्पन्न करती है। इसके अल्वा वह टलांटिक महासागर में तट पर पड़े टाइटैनिक के मलबे को दिखाने का कार्य भी करती है।

ओशनगेट के अनुभव

टाइटैनिक का मलबा देखने पानी में उतरी ओशनगेट कम्पनी की टाइटन सबमरीन समुद्र में कुछ ही दूर पहुंची थी कि उसके गायब होने की खबरे सामने आने लगी। एक दिन बीता ही था और दूसरे दिन ये खबर सामने आई कि सबमरीन में सवार पांचों लोगों की मौत हो गयी है। उनकी मौत का कारण समुंद्री पानी की निचली सतह पर अत्यधिक दबाव के कारण विस्फोट होना बताया गया । ओशनगेट के सदस्य एक अद्भुत समुद्री अनुसंधान यात्रा का अनुभव करते हैं जहां वे समुद्र की गहराई में जाकर रहस्यमयी जीवजंतुओं, प्राकृतिक संगठनों, और भूकम्प और तूफानों के प्रभाव को अध्ययन करते हैं। इन यात्राओं के दौरान, सदस्यों को वैज्ञानिक अनुसंधान, नवीनतम समुद्री तकनीक, और अनुभवी नौसेना कर्मचारियों के साथ सहयोग करने का अवसर मिलता है। इन यात्राओं के माध्यम से, सदस्य समुद्री विज्ञान के क्षेत्र में अपनी ज्ञान और अनुभव को मजबूत करते हैं और वैज्ञानिक समुद्री अनुसंधान में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। इसके अलावा    अटलांटिक महासागर में तट पर पड़े टाइटैनिक के मलबे को नजदीक से देखने का अनुभव होता है । (Oceanigate Submarine accident)

मौत के दस्तावेजों पर हस्ताक्षर

यात्रा करने से पहले यात्रा करने वाले यात्रियों को  एक ऎसे दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने पड़ते हैं । जिसमें लिखा होता है कि “अटलांटिक महासागर (Atlantic Ocean) के तल में टाइटन पनडुब्बी जैसे प्रयोग के दौरान यात्रा में शामिल खतरों के लिए यात्री स्वयं जिम्मेदार हैं।” इस दौरान यात्रियों को  कई सारे कागजों पर साइन करने पड़ते हैं।  दस्तावेजों में आप उन सभी चीजों को ध्यान से पढ़ते हैं जो हो सकती हैं। लेकिन हवाई जहाज पर चढ़ना भी एक जोखिम है। आखिर में जिन लोगों ने इसे सफलतापूर्वक पूरा किया, उनका कहना था कि जोखिम के बदले डूबे हुए टाइटैनिक को देखना बेहद सुखद है।

ओशनगेट पनडुब्बी हादसा

ओशनगेट की पनडुब्बी टाइटन पांच लोगों को लेकर 1912 में अटलांटिक सागर में डूबे जहाज़ टाइटैनिक को देखने के लिए निकली थी.लेकिन रविवार को समुद्र में डाइव लगाने के एक घंटे 45 मिनट बाद ही इसका संपर्क अपने मदर शिप पोलर प्रिंस के साथ टूट गया था । रियर एडमिरल जॉन मॉगर ने बताया कि पनडुब्बी के पांच हिस्से टाइटैनिक जहाज़ के मलबे के अगले हिस्से के 1600 फ़ीट नीचे मिले हैं। (Oceanigate Submarine accident)

ओशनगेट पनडुब्बी का संपर्क जब जहाज से टूटा तब वो अमेरिकी तट से 900 नॉटिकल माइल्स दूर केप कोड के पूर्व में थी। पनडुब्बी कटस्ट्रोफिक इम्प्लोसिओं का शिकार हो गई, लेकिन सवाल ये है कि ये विस्फोट कैसे हुआ ? कटस्ट्रोफिक इम्प्लोसिओं  विस्फोट के विपरीत होता है जिसमें कोई वस्तु अपने आप में समाकर छोटे-छोटे टुकड़ों में बंट जाती है। पनडुब्बी गहरे समुद्र में थी जहां दबाव काफी ज्यादा था। ऐसे में पनडुब्बी में छोटी सी संरचनात्मक खराबी भी विनाश का कारण बन सकती है। टाइटन पनडुब्बी में सवार पांच लोग जाने-माने अरबपति थे। पनडुब्बी में ओसियनगेट  के सीईओ स्टॉकटन रश, ब्रिटिश अरबपति हामिश हार्डिंग, पाकिस्तानी टाइकून शहजादा दाऊद और दो लोग और शामिल थे।  टाइटैनिक के मलबे तक पहुंचने, वहां घूमने और फिर वापस आने तक का टूर करीब आठ घंटों का था ।

टाइटन पनडुब्बी हादसे में जान गंवाने वाले 5 लोग 

1- ब्रिटिश बिजनेसमैन हामिश हार्डिंग (Hamish Harding) – हामिश हार्डिंग संयुक्त अरब अमीरात में रहने वाले एक ब्रिटिश अरबपति व्यवसायी हैं। हार्डिंग इससे पहले भी कई बार समुद्र की गहराईयों में उतर चुके हैं तथा  उनके नाम पर कई साहसी अभियान दर्ज हो चुके हैं ।

2- फ्रांस के ड्राइवर पॉल-हेनरी (Paul-Henri) – ड्राइवर पॉल-हेनरी नार्जियोलेट का जन्म फ्रांस के शैमॉनिक्स में हुआ था, उन्होंने अपना बचपन अपने माता-पिता के साथ अफ्रीका में बिताया। उन्होंने 20 वर्षों से अधिक समय तक फ्रांसीसी नौसेना में सेवा की और कमांडर के पद तक पहुंचे।  उन्होंने गहरी पनडुब्बियों में विशेषज्ञता हासिल की और 1987 में पहली टाइटैनिक रिकवरी परियोजना का संचालन  भी किया था । उन्होंने टाइटैनिक के मलबे वाली जगह पर 35 से अधिक बार गोता लगाए थे, और उन्हें जहाज अध्ययन विशेषज्ञ भी माना जाता है।

3, 4 – पाकिस्तानी कारोबारी शहजादा दाऊद उनका बेटा सुलेमान (Shazada Dawood and Suleman) – शहजादा पाकिस्तानी कंग्लोमरेट एन्ग्रो कॉर्पोरेशन के वाइसचेयरमैन थे। ये कंपनी फर्टिलाइजर्स बनाती है।  शहजादा अपनी पत्नी क्रिस्टीन और बच्चों अलीना और सुलेमान के साथ साउथ वेस्ट लंदन में रहते हैं। शहजादा के बेटे सुलेमान ने हाल ही में अपने स्कूल की पढ़ाई खत्म की है। वो साइंस फिक्शन का बहुत बड़ा फैन था। सुलेमान की उम्र मात्र 19 साल थी।

5-   स्टॉकटॉन रश ओशनगेट कंपनी के CEO  – स्टॉकटन रश ओशनगेट एक्सपीडिशन कम्पनी की उस पनडुब्बी के मालिक थे, जिसमें सवार होकर ये सभी लोग टाइटैनिक का मलबा देखने गए थे। स्टॉकटॉन रश ओशनगेट एक्सपीडिशन के मुख्य कार्यकारी थे, जो कंपनी वाणिज्यिक परियोजनाओं, वैज्ञानिक अनुसंधान और अन्वेषण के लिए सबमर्सिबल सेवाएं प्रदान करती है। (Oceanigate Submarine accident)

ओशनगेट सबमरीन हादसा एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी जो समुद्री अनुसंधान के क्षेत्र में हुई। यह उसके यात्रियों और सदस्यों के लिए कठिन समय था और उसने  समुद्री अनुसंधान के सुरक्षा मानकों को भी प्रभावित किया। हालांकि, इस हादसे से सीखते हुए उच्च सुरक्षा मानकों का पुनरारंभ करना होगा  और संशोधन के लिए प्रेरित होना होगा । समुद्री अनुसंधान क्षेत्र में सुरक्षा और तकनीकी त्रुटियों को ठीक करने के लिए नई पहल की जा रही है ताकि ऐसे हादसों की संभावना को कम किया जा सके और समुद्री अनुसंधान के लिए सुरक्षा और स्थायित्व सुनिश्चित किया जा सके। हमे ऐसी जोखिम पूर्ण यात्राओं पर रोक लगानी होगी ।।

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