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चाय पीने के फायदे और नुक्सान

चाय पीने के फायदे और नुक्सान – Advantages and disadvantages of drinking tea .

चाय पीने के फायदे और नुक्सान –

Advantages and disadvantages of drinking tea .

                                                                                                                                                              चाय के बिना हम लोगों की दिन चर्या अधूरी रहती है, आज कल हर कोई कम से कम दो बार चाय तो पी ही लेता है । ORG  के सर्वे के अनुसार भारत में प्रति व्यक्ति  चाय का उपयोग 0.8 किलो है, वहीँ यूके 2.5 किलो , आयरलैंड में 1.5 किलो , पकिस्तान में 0.95 किलो , बंगलादेश और श्रीलंका में 1.2 किलो है । आज हम चाय के फायदे और नुक्सान की बात करते हैं । आगे हम चाय पीने के फायदे और नुक्सान के बारे में जानेंगे ।

चाय के फायदे :-

दुरुस्त दिमाग की चाभी –

                                         नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर के हाल ही में किए गए शोध के अनुसार चाय का एक कप दिमाग के लिए अच्छा है। यह कोशिका विकृति को कम करता है और बुढ़ापे में दिमाग को दुरुस्त रखता है। यह शोध चाय के लंबे समय के फायदे बताता है। नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर के सॉइकोलॉजिकल मेडिसिन डिपार्टमेंट के प्रोफेसर नज़ तज़े पिन के अनुसार, ‘हर प्रकार की चाय ऐसा करने में मदद करती है। दरअसल चाय सस्ता, विषहीन और बड़े स्तर पर पर पिया जाने वाला पेय है’।

                                      वैज्ञानिकों ने पाया कि केटेचिन चाय में पाया जाने वाला प्राकृतिक पदार्थ है, जो दिमाग की कोशिकाओं को नष्ट होने से बचाता है और दिमाग मी बोध क्षमता को बरकरार रखता है। चाय में पाए जाने वाले कैफीन  में प्राकृतिक प्रोटीन थिएनिन मौजूद होता है, जो कि कैफीन के कुप्रभावों जैसे रक्तचाप में बढ़ोतरी, सिरदर्द और थकावट को रोकता है । रिपोर्ट के अनुसार, मस्तिष्क कोशिका विकृति डेमिंटिया को बढ़ावा देती है। इस शोध के लिए वैज्ञानिकों की टीम ने 55 वर्ष के 2,501 लोगों की चाय आदतों का अध्ययन किया। इस दौरान शोध में शामिल लोगों की सेहत, एकाग्रता, भाषा, प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष क्षमताओं का अध्ययन किया गया। उनके द्वारा ली जाने वाली चाय पर भी नज़र रखी जा रही थी।

                                     शोध में पाया गया कि 38 प्रतिशत लोग चाय नहीं पीने वालों में से थे। 29 प्रतिशत ने केवल एक तरह की चाय पी थी और बाकी बचे हुए लोगों ने अलग-अलग तरह की चाय पी थी। दो साल बाद भी दो-तिहाई चाय पीने वालों ने मेमोरी टेस्ट पर अपने पुराने स्कोर को बरकरार रखा था, जो लोग चाय नहीं पी रहे थे, उनमें से 35 प्रतिशत के स्कोर में कमी आई थी और उनकी बोध क्षमता भी प्रभावित हुई थी। इसमें चाय दिमागी कोशिकाओं को ऊर्जा से भरपूर रखते हुए एक विशिष्ट कारक का काम कर रही थी। चाय पीने के फायदे और नुक्सान

                                       कई शोधों से पता लगा है कि चाय की पत्तियों में पॉलीफिनाल्स की उच्च मात्रा पाई जाती है, जो कि एंटीऑक्सीडेंट का एक प्रकार है। प्रतिदिन 5 कप चाय से शरीर को अच्छी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट मिलते हैं। एंटीऑक्सीडेंट मुक्त मूलकों को उदासीन करने का काम करते हैं। एकत्रित मुक्त मूलक प्रतिरोधक तंत्र के लिए परेशानियां खड़ी करते हैं। वे ऊतकों और कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं और कई बीमारियों के लिए जिम्मेदार होते हैं।

                                        जापान में किए गए एक शोध में 9,000 महिलाओं को शामिल किया गया।   शोध के नतीजों ने दर्शाया कि जिन महिलाओं ने एक दिन में 5 कप से कम चाय पी थी, उनमें दिल के दौरे की संभावनाएं दोगुनी थीं। चाय में पाया जाने वाला फिनॉल कोलेस्ट्रॉल का ऑक्सीकरण होने से रोकता है जो कि रक्त वाहिकाओं से नुकसान पहंचा सकता है।

                                      न्यूकासल यूनिवर्सिटी के मेडिसिनल प्लाट रिसर्च स्टडी सेंटर के शोध के अनुसार चाय पीना एल्जाइमर को रोकता है । चाय होमोसिस्टीन से शरीर को बचाती है जो कि कार्डियोवस्कुलर बीमारियों के लिए महत्वपूर्ण खतरा है। ऐसा चाय में मौजूद विटामिन एम की मात्रा के कारण होता है। विटामिन एम जो कि बी कॉम्पलेक्स विटामिन है, कैंसर से बचाव में मदद करता है और यह तंत्रिका तंत्र की सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है।

                                        न्यू साइंटिस्ट मैग्जीन में छपे लेख के अनुसार, अनेकों शोध यह साबित करते हैं कि ग्रीन टी कई प्रकार के कैंसर से बचाव करती है जिसमें फेफड़े, प्रोस्टेट, स्तन कैंसर शामिल हैं। जापान की की उशु यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर हिराफूमी ताचीबाना की टीम के शोध के अनुसार इसका कारण एंटी ऑक्सीडेंट एपिगैलोकैटेचिन गैलैट (ईजीसीजी) है। शोध में पाया गया कि ग्रीन टी के दो-तीन कप पीने के बाद फेफड़ा कैंसर कोशिका (सेल रिसेप्टर 67 एलआर के साथ) की वृद्धि धीमी पड़ी थी। चाय पीने के फायदे और नुक्सान

                                            एमिनो एसिड एल थिएनिन चाय के पौधे में पाया जाता है और दिमाग की चेतन क्षमता में सुधार लाता है। न्यूयॉर्क की सिटी यूनिवर्सिटी के सिटी कॉलेज के तंत्रिका विज्ञान, जीव विज्ञान और मनो विज्ञान के प्रोफेसर जॉन फॉक्सी ने अपने शोध में पाया कि थिएनिन का अवशोषण छोटी आंत के द्वारा किया जाता है और यह ब्लड ब्रेन बैरियर को पार करता है। जहां यह न्यूरोट्रांसमीटर्स को प्रभावित करता है और अल्फा ब्रेन वेव गतिविधि को बढ़ाता है और इसका नतीजा होता है, शांत व जागरूक दिमाग । इसके आलावा भी विभिन्न शोधों में भी चाय पीने के कई फायदे बताये गए हैं जिनका वर्णन निम्न प्रकार से है :-

  • यूसीएल शोधकर्ताओं के द्वारा किए गए शोध के अनुसार, ब्लैक टी पीने से तनाव हॉर्मोन स्तर में कमी आती है।
  • यूनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर के बेल्ट्सविले ह्यूमन रिसर्च सेंटर के 2003 के शोध के अनुसार ब्लैक टी बुरे कोलेस्ट्रॉल को कम करती है।
  • हॉर्वर्ड मेडिकल स्कूल 2004 के शोध के अनुसार ग्रीन टी स्टेम इसोफेगल कैंसर को रोकने में मददगार हो सकती है।
  •  ऑरीगॉन स्टेट यूनिवर्सिटी के शोध के अनुसार ग्रीन टी और व्हाइट टी बड़ी आंत के कैंसर से लड़ने में मदद करते हैं।
  • नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज, 2003 के शोध के अनुसार चाय शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है।
  • ग्रीन टी के तत्व ल्यूकेमिया कोशिकाओं (मेयो क्लिनिक, 2004) को खत्म करने में मदद करते हैं।

 उपरोक्त शोधों व् अन्य जानकारी के आधार पर हम चाय के निम्न फायदे गिना सकते हैं ।

  1. चाय में कैफीन और टैनिन होते हैं जिससे शरीर में फुर्ती का अहसास होता है और निंद्रा दूर होती है ।
  2. चाय में मौजूद अमीनो एसिड दिमाग को ज्यादा अलर्ट और शांत रखता है। 
  3. चाय में एंटीजेन होते हैं जो एंटी-बैक्टीरियल क्षमता प्रदान करते हैं ।
  4. चाय में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स इम्यून सिस्टम सही रखता है और कई बीमारियों से बचाता है ।
  5. चाय बुढ़ापे की रफ्तार को भी कम करती है और शरीर को उम्र के साथ होने वाले नुकसान से भी  बचाती है ।
  6. चाय में मौजूद फ्लोराइड हड्डियों को मजबूत करता है और दांतों में कीड़ा लगने से भी रोकता है ।
  7. कई रिसर्च में यह बात भी सामने आई है कि चाय कैंसर, हाई कॉलेस्ट्रॉल, एलर्जी, लिवर और दिल की बीमारियों में फायदेमंद मानी जाती है ।

चाय के नुक्सान :- 

                            क्या आप भी चाय के दीवाने हैं और चाय का अधिक सेवन करते हैं तो सावधान हो जाइए,  जी हां, दिल को तसल्ली देने वाला चाय (Tea) का कप आपकी सेहत को कई तरह से नुकसान पहुंचा सकता है । चाय की चुस्कियां अगर सीमित मात्रा में ली जाएं तो यह आपके अंदर ताजगी भर सकती हैं । लेकिन जरूरत से ज्यादा चाय पीने के भी अपने नुकसान होते हैं ।  चाय के फायदों के साथ साथ बहुत से नुक्सान भी हैं , अब बात करते हैं इससे होने वाले नुकसान के बारे में :-

  1.   कई लोगों को दिन में तीन कप से ज्यादा चाय पीने से एसिडिटी की शिकयत हो सकती है ।
  2. इसमें मौजूद कैफीन से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है और इसे पीने की लत लग सकती है ।
  3. ज्यादा चाय पीने से दिल की बीमारी, डायबिटीज और वजन बढ़ने की भी संभावना रहती है
  4. अधिक चाय पीने से पाचन क्रिया  भी कमजोर हो सकती है ।
  5. चाय का  दांतों पर भी इसका बुरा असर पड़ता है।
  6. रात्रि में सोने से पहले चाय पीने से नींद न आने की शिकायत भी हो सकती है ।

 

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