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शूगर का शांत हार्ट अटैक से संबंध बचाव और सावधानियां

शूगर का शांत हार्ट अटैक से संबंध बचाव और सावधानियां – diabetes and silent heart attack

डायबिटीज या शूगर एक अत्यंत घातक बीमारी है, जो पूरे विश्व में दिन-प्रतिदिन अपने पैर पसारती जा रही है। आज यह रोग किसी आयु या वर्ग तक ही सीमित नहीं रह गया है । जिस रफ्तार से हमारे देश में डायबिटीज के रोगियों की संख्या बढ़ रही है, उससे भविष्य में इस रोग की भयावहता का सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है। डायबिटीज के कारण हमारे शरीर के अनेक अंगों पर घातक दुष्प्रभाव होते हैं। डायबिटीज रोग अन्य अंगों जैसे आंखें, स्नायु, धमनियां, गुर्दे, हृदय, मस्तिष्क को भी प्रभावित करता है। डायबिटीज के साथ ही अगर व्यक्ति हार्ट पेशेंट भी है तो उसे अपने स्वास्थ्य के प्रति अधिक सजगता बरतने की जरूरत है। क्योंकि इन रोगियों में धमनियों के रोग हृदयघात, हृद्यपात (हार्ट फेलयोर) हृदय धमनी रोग एंजाइना और अचानक मौत होने का खतरा अन्य व्यक्तियों से कई गुना ज्यादा रहता है। आज हम जानते हैं कि शूगर का शांत हार्ट अटैक से संबंध बचाव और सावधानियां  diabetes and heart attack क्या क्या हैं ?

डायबिटीज से  शांत ह्रदयघात होने के कारण

डायबिटीज के रोगियों में शरीर की बड़ी और छोटी रक्त वाहिनियों में बदलाव होते रहते हैं। बड़ी धमनियों की अंदरूनी सतह पर कोलेस्ट्राल एवं अन्य तत्वों के जमा होने की प्रक्रिया कम आयु में ही शुरू हो जाती है। छोटी धमनियों के क्षतिग्रस्त होने के कारण पेशाब और रक्त में क्रियेटिनिन बढ़ने और रक्त प्लेटीलेट्स के कार्यों में बदलाव तथा कुछ रसायनों के बढ़ने से रक्त में थक्का बनने का खतरा बढ़ जाता है जिससे हृदय धमनी रोग होने का खतरा भी बढ़ जाता है । थक्का बनने के कारण हार्ट अटैक या लकवा हो सकता है। डायबिटीज रोगियों में अक्सर हार्ट अटैक या एन्जाइना होने पर हृदय में दर्द नहीं होता। इसे शांत हृदयघात कहते हैं । मरीज के हाई ब्लड प्रेशर से ग्रस्त होने पर ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में दिक्कत होती है।

डायबिटीज के रोगी को रखे जानें वाली सावधानियां

ब्लड प्रेशर नियंत्रित करने के लिए मरीज को एक साथ कई दवाइयां देनी पड़ती हैं। इस स्थिति में मरीज को विशेष सावधानी रखनी चाहिए। जिसमें से प्रमुख हैं :-

  • रोगी को वजन कम करना चाहिए ।
  • रोगी को नियमित व्यायाम करना चाहिए ।
  • तनाव से दूर रहना चाहिए ।
  • भोजन में वसा तथा नमक का कम सेवन करना चाहिए।
  • संतुलित भोजन करना चाहिए ।
  • भोजन में वनस्पति तेलों का उपयोग करना चाहिए ।
  • वनस्पति घी का सेवन न करें।
  • सिगरेट, तम्बाकू का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • रक्तचाप नियंत्रित रखें ।
  • सुबह-शाम नियमित खुली हवा में घूमना चाहिए ।
  • डायबिटीज लेवल की जांच करते रहें।
  • पानी खूब पीएं।
  • समय पर खाना खाएं और थोड़ी-थोड़ी देर पर खाने की आदत बनाएं।
  • 7 से 8 घंटे की अच्छी नींद लें।
  • शारीरिक गतिविधि को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं।
  • मधुमेह और हृदय रोग की संभावना को कम करने के लिए ब्लड शुगर पर ध्यान दें,  इसके लिए आवश्यक जांचें करवानी चाहिए।
  • सुबह सुबह घूमने की आदत डालें
  • मीठे पदार्थों का सेवन कम करें ।
  • कम कैलोरी वाले भोजन  का प्रयोग कम करें ।
  • आहार पर ध्यान दें और पौष्टिक आहार का सेवन करें।

डायबिटीज के रोगियों में बाईपास सर्जरी के स्थायी रूप से सफल होने की संभावना अपेक्षाकृत कम होती है। रक्त में ग्लूकोज का स्तर ज्यादा होने के साथ ही वसा का स्तर भी बढ़ जाने पर गंभीर परिणाम सामने आते हैं। डायबिटीज के मरीजों के लिए जरूरी है कि वे समय-समय पर रक्त में वसा के स्तर की जांच करवाते रहें । डायबिटीज को शांत हत्यारा कहा जाता है । इस रोग से पीड़ित व्यक्तियों में हृदय रोग होने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। डायबिटीज रोगी को कम आयु में ही हृदय रोग हो सकते हैं । जीवनशैली में परिवर्तन, भोजन और दवाओं के सेवन से रक्त ग्लूकोज पर नियंत्रण रखना आवश्यक है साथ ही रक्त में वसा के विभिन्न अवयवों के स्तर को भी नियंत्रित रखना चाहिए जिससे हृदय रोगों का खतरा कम हो जाए।

मुझे पूरी उम्मीद  है कि आपको मधुमेह और शांत हृदय रोग पर लिखा गया यह ब्लॉग शूगर का शांत हार्ट अटैक से संबंध बचाव और सावधानियां जरूर  पसंद आया होगा-diabetes and heart attack. आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं और शेयर करें । ।

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