शर्दियों के आने से पहले हमें अपने बगीचे की संभाल अच्छी तरह से करनी चाहिए इस लेख में हम जानते हैं कि सर्दी में लगाने वाले पौधे कौन कौन से हैं और नवंबर में बगीचे की तैयारी कैसे करें ? :-
शर्दियों से पहले पौधों कि देखभाल
1- गुलाब के लिए प्रति लीटर पानी में दो मिलीलीटर मैलाथियोन, दो मिलीलीटर रोगोर व दो ग्राम बैविस्टीन पाउडर को घोलकर छिड़काव करें। इससे अधिकतर रोग व कीट नियंत्रित हो जाएंगे। सर्दी में लगाने वाले पौधे
2- पौधों को द्रव या पूर्ण आहार भी दिए जाने के लिए यह समय ठीक रहता है। इसके लिए दो भाग यूरिया व एक भाग पोटेशियम डाईहाइड्रोजन फॉस्फेट का तीन ग्राम मिश्रण प्रति लीटर पानी में घोलकर या तो पौधों पर छिड़काव करें या फिर द्रव आहार के रूप में सिंचित कर दें। इस मिश्रण में जिंक सल्फेट, आयरन राल्फेट, मेगनीशियम सल्फेट व मैन्गनीज सल्फेट की बराबर मिली मात्रा का एक ग्राम मिश्रण प्रति लीटर पानी में मिलाया जा सकता है। इस मिश्रण को आप गुलाब, गुलदाउदी, डहेलिया व अन्य पुष्पीय पौधों को भी दे सकते हैं।
3- गुलदाउदी खिलने का समय हो रहा है। पौधों की नुचाई व काट-छांट में अब और देरी नहीं की जानी चाहिए।
4-नवंबर में लॉन में पानी देने की मात्रा घटा दी जानी चाहिए। शाम के समय पानी देने से घास पर पाले का असर कम हो जाता है।
रॉकगार्डन के लिए उपयुक्त पौधे
रॉकगार्डन (पत्थरों का बगीचा) या चट्टानी उद्यान पर्वतीय क्षेत्रों की चट्टानों के बीच प्राकृतिक रूप से उगे पौधों से प्रेरित हैं। इसके निर्माण में सौंदर्यबोध व संतुलन महत्वपूर्ण हैं। इसके लिए उपयुक्त पौधे होते हैं :- सर्दी में लगाने वाले पौधे
उत्तर व मध्य भारत के मैदानी क्षेत्रों के लिए
1.कैक्टस या गूदेदार पौधे ।
2.मौसमी फूलों में मोतीमम वरबीना, फ्लॉक्स, एलासम, सालविया और गेंदी आदि शीतकालीन व कॉसमॉस, पोरचुलाका टोरेनिया, जीनिया व बाल्सम जैसे ग्रीष्मकालीन मौसमी फूल।
3. मिनियेचर गुलाब, लेन्टाना, मेहंदी, पेन्टास, इमपेशेंस, प्लम्बेगो, बेलोपेरोन, चांदनी जैसी फूलदार झाड़ियां।
4. क्रोटन, ड्रेसीना, मरांटा, क्लोरोफाइटम, कोलियस, पिपरोनिया, फर्न जैसे शोभाकार हाउसप्लांट्स।
5.जेबरिना, मनी प्लांट, सिंगोनियम जैसी लताएं।
6.कन्दीय पौधों में जेफेरेन्थस क्राइनम, एमरेलिस लिली और कैला लिली। सर्दी में लगाने वाले पौधे
रॉकगार्डन बनाने का तरीका
1. जहां रॉकगार्डन स्थापित करना हो, वहां पर गहरी खुदाई करके खरपतवार को निकाल दें।
2. मिट्टी को इस प्रकार बिछाएं ताकि उसमें एक प्राकृतिक ढाल आ जाए।
3. विभिन्न आकार व प्रकार के बड़े पत्थर या छोटी छोटी सी चट्टानों को चुन लें या फिर बाहर से मंगवा लें।
4. रॉकगार्डन के लिए धीमी बढ़वार वाले पौधे चुनें जो हर मौसम को झेलने की क्षमता रखते हो
5.रॉक गार्डन के किसी खास स्थान को चुन लें और वहां पर हर मौसम में मौसमी फूल लगाएं।
6.मिट्टी रेतीली या दुमठ किस्म की होनी चाहिए।
रॉकगार्डन की देखभाल कैसे करें
1.नियमित सिंचाई |
2.नियमित निराई-गुड़ाई |
3.नियमित कटाई-छंटाई विशेषकर सूखी, कमजोर व बेढंगी टहनियों की।
किचन गार्डन की देखभाल
सितंबर व अक्टूबर में जिन सब्जियों के बीज आपने क्यारियों में बोये हों उन क्यारियों से खरपतवार निकालें। इसके अलावा आप अभी भी पालक, मेथी, सरसों, सलाद पत्ते, गाजर, मूली व शलजम आदि के बीज बो सकते हैं। किसी अच्छी नर्सरी से लाकर आप टमाटर, बैंगन, प्याज, फूलगोभी, पत्तागोभी, ब्रोकली, सेलेरी जैसी सब्जियों की पौध रोप सकते हैं। इन्हें क्यारियों के अलावा घर की वॉल्कनी या फिर घर की छत पर भी गमलों में उगाया जा सकता है ।।
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