बच्चों के कैरियर बनाने में आपकी की भूमिका – Your role in making children’s career.
महंगाई और अनिश्चितता के इस दौर में हर माँ बाप का आज कल अपने बच्चों के कैरियर को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है। एक हद तक ये ठीक भी है लेकिन बच्चों के कैरियर के नाम पर और अपने बुढ़ापे के बेहतर सहारे के नाम पर हमे कोई अधिकार नहीं है कि हम पढ़ाई के नाम पर अपने बच्चे का बचपन छीन लें । मौजूदा दौर में कैरियर में ढेरों विकल्प होने की वजह से बच्चों पर माता-पिता को अपनी इच्छा थोपने की जरूरत नहीं है। इसके बजाय उन्हें बच्चों को कैरियर के उनके विकल्पों पर विचार करने और चुनाव के लिए सहमति देनी चाहिए । इस लेख के माध्यम से आज हम जानते हैं कि अपने बच्चों के कैरियर बनाने में आपकी की भूमिका – Your role in making children’s career.कैसी होनी चाहिए ।
बच्चे का मर्गदर्शन करें लेकिन उस पर अपनी मर्जी न थोपें –
माता पिता का ये फर्ज बनता है कि वो कैरियर के संबंध में अपने बच्चे को उचित सलाह दें और उसका मार्ग दर्शन करें लेकिन अपनी मर्जी उस पर न थोपें , नहीं तो आपका बच्चा दब्बू किस्म का बन जायेगा और वह जीवन में कभी सफल नहीं हो पायेगा । मान लीजिये आप अपने 16 वर्षीय बेटे के साथ इस बारे में बात कर रहे थे कि वह सैकंड ईयर इण्टर कालेज पूरा करने के बाद क्या करना या पढ़ना चाहता है? आप सोचते हैं कि मैंने इस तरीके से उसे बताया कि उसे अपने कैरियर विकल्प के बारे सोचना शुरू कर देना चाहिए। इस पीढ़ी के सामने खुले हुए कैरियर विकल्पों पर गौर करना काफी मुश्किल है। फिर भी मैंने कई माता-पिता को देखा है, जो अपने बच्चों को मात्र डॉक्टर या इंजीनियर बनाना चाहते हैं।
मौजूदा दौर में कैरियर में ढेरों विकल्प होने की वजह से बच्चों पर माता-पिता को अपनी इच्छा थोपने की जरूरत ही नहीं है। उदाहरण के तौर पर मेरे परिवार में एक व्यवसायी हैं जिनका गैराज टूल्स का व्यापार है और साथ ही वे एक बड़ी थियेटर कंपनी के मुख्य निर्माता भी हैं। एक सर्जिकल ऑन्कॉलॉजिस्ट, एक एमबीए जो विज्ञापन के क्षेत्र में हैं, एक स्पेशल एजुकेटर जो डिस्लेक्सिया वाले बच्चों को पढ़ाते हैं, एक रबर टेक्नोलॉजिस्ट, जिन पर फिटनेस का जुनून है और वे जिम के उपकरणों के व्यापार में भी शामिल हैं, एक अभिनेत्री जो स्पेशल एजुकेटर हैं, एक अभिनेता जो निर्देशक भी हैं। वे सभी अपने कैरियर के चुनाव से खुश हैं। मुझे लगता है कि इसकी वजह उनके माता पिता होंगे, क्योंकि जी कैरियर उन्होंने पसंद किया उनके माता-पिता ने , उसमें कभी दखल नहीं दिया। इसी तरह मेरे माता-पिता ने भी कभी हमारे करिअर के चुनाव में रुकावट नहीं डाली और आज मैं एक सफल वकील हूँ ।
माता-पिता के रूप में हमें बच्चों को कैरियर के उनके विकल्पों पर विचार करने और चुनाव के लिए सहमति देनी चाहिए। मैं कोशिश करता हूं कि अपने बच्चों पर यही बातें लागू करूं । मेरी बेटी कि कॉमर्स में रूची थी और मैं चाहता था कि वो एक साइंस से पढ़कर वो एक सफल इंजिनियर या डाक्टर बनें लेकिन मेरी बेटी साइंस पड़ना नहीं चाहती रही इसलिए उसने कामर्स को चुना और आज वो एक अच्छी यूनिव्वर्सीटी में मनेजमेंट कि छात्रा है और अभी से ही उसे कई अच्छी कंपनियों के जॉब के ऑफर आने लगे हैं। लेकिन उसका सपना एमबीए करके अपने कैरियर को सफल बनाना है। सच मानों हाईस्कूल के बाद से जब से उसने कॉमर्स विषय को चुना है वो अपनी क्लास में अव्वल आती है इससे पहले हाईस्कूल तक वो साइंस में पड़ने में ठीक ठाक ही थी । ऐसे में मैं उससे इससे संबंधित कुछ सवाल करूँगा और उसे खुद निर्णय लेने के लिए कहूंगा कैरियर का चुनाव कैरियर योजना प्रक्रिया का सिर्फ एक हिस्सा है। कैरियर योजना के साथ सर्वश्रेष्ठ करिअर विकल्प के चुनाव की शुरुआत करना महत्वपूर्ण होता है ।
इस प्रक्रिया में शामिल होना आनंद और जिम्मेदारी युक्त है क्योंकि आप अपने बच्चे को उस क्षेत्र या उद्योग में सर्वश्रेष्ठ बनने में मदद करते हैं, जो उसके सपनों और लक्ष्य तक पहुंचने के सबसे अनुकूल है। इस बात का ध्यान रखें कि 12 से 14 वर्ष की उम्र करिअर विकल्प को चुनने के लिए बहुत कम है, लेकिन फिर भी यह करिअर के रास्तों की योजना के विकास की शुरुआत के लिए सही समय है। हालांकि बच्चा अपने करिअर का चुनाव बाद में करता है, लेकिन यह जानना कि कौन से विकल्प उपलब्ध हैं, बेहतर चुनाव करने में बच्चे की मदद करते हैं।
इस संदर्भ में माता-पिता जितनी संभव हो उतनी अधिक जानकारी इकट्ठी कर सकते हैं ताकि अपने बच्चे को परम्परागत और नीरस नौकरियों से परे देखने में मदद कर सकें। लोग अक्सर उन नौकरियों में बंध कर रह जाते हैं, जो उनके लिए नहीं बनीं क्योंकि उनके पास कैरियर के विकल्पों की जानकारी उपलब्ध नहीं होती। जब आप अपने बच्चे को उपलब्ध कैरियर विकल्पों को खोजने में मदद करें तो यह महत्वपूर्ण है कि नकारात्मक टिप्पणी न करें जो कि बच्चे के करिअर चुनाव में बाधा उत्पन्न करे। जो क्षेत्र बच्चों को रोमांचक लगते हैं, उन्हें उस क्षेत्र के विशेषज्ञों से मिलाने के लिए अपने संपकों का इस्तेमाल करें। अगर बच्चे एक या दो दिन किसी उद्योग के बारे में जान सकें तो कहीं ज्यादा जानकारी युक्त बेहतर विकल्प का चुनाव किया जा सकता है ।
बच्चे की परख ऐसे करें –
आप निम्न प्रकार से अपने बच्चे की परख कर सकते हैं :-
- आपके बच्चे को क्या करना अच्छा लगता है इसकी सूची बनाने में उसकी सहायता करें।
- उसे उन विषयों को पहचानने में मदद करें जिसमें वह अच्छा हो और उनका आनंद उठाता हो।
- दूसरे लोग आपके बच्चे के काम की तारीफ किन क्षेत्रों में करते हैं, यह सूची उसी से बनवाएं।
- अपने बच्चे से बात करें कि वह किसको ज्यादा महत्व देता है।
उदाहरण के लिए ऊंची आय, सुरक्षा, दोस्ती, पारिवारिक जीवन, प्रसिद्धि, साहस, दिनचर्या, नए काम या मिलते-जुलते काम, अपने हाथों से किए जाने वाले काम, दिमाग से किए जाने वाले काम, कलात्मक काम की रचना, डिजाइनिंग, बिल्डिंग, जीव-जंतु, लोग, अंदर या बाहर के काम, मोलभाव, बेचना, बोलना, शारीरिक गतिविधियां, प्रतियोगिता, गहन जानकारी, निर्देशों का पालन करना, मार्गदर्शन के साथ काम करना या अकेले काम करना आदि वे शब्द हैं जो यह जानने में मदद करते हैं कि आपका बच्चा या बच्ची जीवन या कैरियर में किन बातों को चाहता है और महत्व देता है।
और अंत में एक बात हमेशा याद रखें की आपका बच्चा मोम है आप उसे जिस सांचे में डालेंगे वे वैसा ही ढल जायेगा ।।
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