बुद्धि को तेज करने के लिए योग सबसे बेहतर विक्लपों में से एक विकल्प होता है । कुछ वर्ष पहले हुए एक शोध के अनुसार निरंतर योग करने से दिमाग में ऊर्जा का संतुलन बेहतर होता है, जिससे हमारा मस्तिष्क बेहतर तरीके से काम कर पता है । हमारे दिमाग के लिए योग कितना फायदेमंद हो सकता है, इसके लिए वैज्ञानिकों ने कई प्रकार के अलग-अलग शोध किये हैं । अगर आप अपने दिमाग की एकाग्रता के लिए योग करना चाहते हैं, तो योग आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है । शोध में आए रिजेल्ट बताते हैं कि बुद्धि तेज करने के लिए अन्य उपायों के अपेक्षाकृत योग ज्यादा लाभदायक सिद्द होता है । योग के अलावा दिमाग के लिए अन्य तरह की एक्सरसाइज, व्यायाम या कार्डियो एक्सरसाइज भी फायदेमंद हो सकती हैं । आज हम इस लेख के माध्यम से जानते हैं कि बुद्धि के लिए योग एवं मस्तिष्क के लिए योगासन – Brain Exercise in Hindi –
योग और दिमाग का संबंध (Yoga and Brain Link) –
इस शोध को इलिनियोज विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने किया था । इस शोध में ऐसे लोगों को शामिल किया गया था जो पहले कभी भी योग नहीं किया करते थे । इस शोध में शामिल लोगों को चौबीस हफ्ते तक रूटीन से योग कराया गया और पाया गया कि रोज निरंतर योग करने से मस्तिष्क में होने वाले बदलाव के आंकड़े नियमित तौर पर अंकित किये गये । इस शोध में यह पाया गया कि जैसे जैसे लोग नियमित रूप से योग कर रहे थे वैसे वैसे उनके दिमाग के कार्य करने की क्षमता बढ़ रही थी । योग रटे रहने से मस्तिष्क की गति विधियों में बिजली की तरंगों की स्थिति दिन प्रति दिन बेहतर होती जा रही थी । इस शोध में वैज्ञानिकों ने योग को दिमाग तेज करने का मंत्र माना और यर पाया कि योग से दिमाग तेज होता है ।
मस्तिष्क के लिए योगासन –
अब ये प्रसन्न हमारे दिमाग में स्वाभाविक ही आ रहा होगा कि कौन से योग से दिमाग तेह होता है ? मस्तिष्क के लिए हम अगर निरंतर निम्न आसन (योग क्रियाएं ) करें तो निश्चित ही हमारे दिमाग की एक्सरसाइज होगी और हमारा दिमाग तेज होगा :-
- पश्चिमोत्तानासन
- प्राणायाम
- वृक्षासन
- पद्मासन योग
- गरुड़ासन
- सुखासन योग
- उत्तानासन
- बालासन
योग से दिमाग को होने वाले फायदे (दिमाग की एक्सरसाइज) –
निरंतर योग करने से निम्न प्रकार से हमारे दिमाग की एक्सरसाइज होती है –
1- फ्रंटल कॉर्टेक्स-
फ्रंटल कॉर्टेक्स, दिमाग का सबसे अधिक विकसित हिस्सा है जो कि तार्किकता, योजना बनाने, भावनाओं और स्वचेतना के लिए जिम्मेदार होता है। मेडिटेशन के दौरान फ्रंटल कॉर्टेक्स काम नहीं करता। योग से इसे फायदा होता है।
2-पेराइटल लोब –
पेराइटल लोब, दिमाग का यह हिस्सा समय और अंतरिक्ष में आपकी स्थिति को निर्धारित करते हुए आसपास की दुनिया से जुड़ी संवेदी जानकारी को प्रोसेस करता है। मेडिटेशन के दौरान पेराइटल लोब की गतिविधि धीमी पड़ जाती है। इस प्रकार से योग से इसे भी फायदा होता है ।
3-थैलेमस –
हमारे दिमाग में इंद्रियों का द्वारपाल यह अंग थैलेमस कहलाता है। कुछ संवेदी तथ्यों को दिमाग में गहराई से प्रवेश देकर व उनके रास्ते में आने वाले अन्य संकेतों को रोकते हुए आपके ध्यान को केंद्रित करता है। मेडिटेशन आने वाली सूचनाओं के प्रवाह में कमी लाता है ।
रेटिक्युलर फॉर्मेशन –
दिमाग के पहरेदार के रूप में यह संरचना आने वाले उद्दीपन को ग्रहण करती है और दिमाग को सतर्क बनाती है व प्रतिक्रिया के लिए तैयार करती है । ध्यान उद्दीपन संकेतों को उल्टा घुमाकर उत्तेजना में कमी लाता है।
थीटा का शासन –
ध्यान पद्धति में आठ सप्ताह के प्रशिक्षण के बाद लोगों की दिमाग तरंग पद्धति में बदलाव पाया गया जो कि बढ़ी हुई अल्फा तरंगों से बदलकर थीटा तरंगों में परिवर्तित हो गई। यह तरंगें गहरे आराम के दौरान दिमाग पर नियंत्रण करती हैं ।।
मुझे उम्मीद है आपको ये मेरा लेख बुद्धि के लिए योग एवं मस्तिष्क के लिए योगासन पसंद आया होगा आपसे निवेदन है कि आप इसे शयेर जरूर करें एवं आप कमेंट करके मुझे बताएं कि आपको मेरे द्वारा लिखे लेख पसंद आ रहे हैं या नहीं ? आपके कमेंट से मैं सुधार ला सकूंगा और अच्छे लेख लिख सकूंगा ।
ये भी पढ़ें –
योग का वैज्ञानिक महत्व – Yoga , research in Hindi –
टाइम कैप्सूल क्या है? – Time Capsule in Hindi.