Massage कैसे करें – मसाज करने के फायदे –
मसाज / मालिश के अनेको फायदे हैं , इससे मास पेशियाँ तो मजबूत होती ही हैं इसके साथ साथ शरीर में भी फुर्ती अति है , शीत ऋतु में मालिश अमृत के समान हैं। आगे हम जानेगे कि Massage कैसे करें – मसाज करने के फायदे क्या हैं।
Massage ( मालिश ) के फाईदे –
आयुर्वेद के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति को संपूर्ण शरीर में तेल की मालिश अवश्य करवाना चाहिए। शीत ऋतु में ठंडी हवाओं के प्रभाव से त्वचा रूखी हो जाती है। अतः स्निग्धता लाने के लिये इस ऋतु में मालिश का विशेष महत्व है। मालिश करने की सात अवस्थायें होती हैं।
- पांव सीधे रख कर
- वामपार्श्व में लिटाकर
- पीठ के बल लिटाकर
- पेट के बल लिटा कर
- दक्षिण पार्श्व में लिटाकर
- पुन: पीठ के बल लिटाकर
- पुनः सीधे पांव रखकर
Massage / मालिश के गुण –
आयुर्वेद में मालिश के निम्न गुणों का वर्णन किया गया है।
- नित्य मालिश से बुढ़ापा देरी से आता है तथा धातुओं को बल मिलता है।
- अधिक काम व व्यायाम से मांसपेशियों में होने वाली थकावट दूर होती है।
- मालिश, वात को नष्ट करती है।
- मालिश से आंखों की रोशनी बढ़ाती है।
- मालिश ,सभी धातुओं को पुष्ट कर शरीर को पुष्ट करती है, साथ ही आयु बढ़ाती है।
- मालिश से नींद अच्छी आती है।
- मालिश ,त्वचा को कोमल तथा दृढ़ बनाती है।
- मालिश से त्वचा शुद्ध होती है, मनुष्य का रंग निखर जाता है, बल बढ़ता है और रूप प्रिय लगता है।
- मालिश से कफवात का शमन होता है।
मसाज से त्वचा को फायदे –
त्वचा में रोम छिद्रों से वायु विशेष रूप से प्रवेश करती हैं । मालिश करने से रोम छिद्र खुल जाते हैं अतः त्वचा के लिये मालिश हितकर होती है। जिस तरह से चमड़े को स्नेह लगाने से वह दृढ़ होता है, घड़े तथा गाड़ी या रथ में तेल लगाने से वह मजबूत बनते है वैसे ही मालिश करने से मनुष्य का शरीर दृढ़ होता है। यदि व्यस्त दिनचर्या के कारण समय का अभाव हो तो सिर, कान और पैरों के तलवों की तो मालिश अवश्य करवानी चाहिए। इससे त्वचा में रक्त संचार बढ़ता है और शरीर से पसीना, मूत्र आदि के माध्यम से हानि कारक पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। आयुर्वेद में अलग-अलग रोगों के लिये जड़ी – बूटियों से युक्त कई प्रकार के तेलों का निर्माण किया गया हैं । जिससे मालिश करने से दोषों का निवारण होकर शरीर निरोगी बना रहता है। मसाज से त्वचा के साथ साथ निम्न लिखित फायदे होते हैं :-
मसाज से अन्य फायदे –
- चेहरे पर सांवलापन, झाइयां, झुर्रियां है तो तेल से मालिश करने से फाइदा होता है। मालिश करने से चेहरे पर चमक आयेगी और मुंहासों में भी लाभ प्राप्त होगा। ऐसी सिथति में आवश्यकतानुसार तेल की मात्रा लेकर चेहरे की मालिश गोलाकार गति में करें।
- यदि बाल झड़ते हो, सफेद हो रहे हो, बालों में रूसी हो तो अच्छे केश तेल से सिर की मालिश करने से फाइदा होता है ।
- जोड़ों में दर्द हो, वात रोग हो तो जोड़ों पर गोलाकार गति में तथा लंबी हड्डियों पर नीचे से उपर एवं उपर से नीचे की ओर से किसी अच्छे दर्द निवारक तेल से मालिश करने से फाइदा होता है ।
- स्त्रियां यदि वक्षोज की समस्या से परेशान हैं तो वक्षस्थल पर हल्के हाथों से मसाज ऑइल से गोलाकार गति में मालिश करें। इससे वक्षस्थल में पुष्टता आयेगी व देहयष्टि आकर्षक बनती है ।
- अंग-प्रत्यंगों की स्थूलता कम करने और उन्हें सामान्य अवस्था में लाने के लिये जड़ी-बूटियों से युक्त तेल की मालिश करने से फाइदा होता है ।
- पुरुष वर्ग इंद्रिय शिथिलता, नाड़ी दौर्बल्य के लिए इंद्रिय पर किसी अच्छे मसाज ऑइल से , इंद्रिय के अग्रभाग तथा अंडकोष को छोड़कर शेष भाग पर हल्के हाथ से मालिश करने से फाइदा होता है ।
मालिश में रखी जाने वाली सावधानिया –
- मालिश का लाभ तभी प्राप्त हो सकता है जब उचित वातावरण में अर्थात ठण्ड में थोड़ा गर्म और गर्मी में कुछ ठंडे वातावरण में मालिश की जाये ।
- मालिश करते समय पेट खाली होना चाहिए ।
- मालिश किसी एक्सपर्ट से ही करनी चाहिए ।
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