एक ईमानदार व्यक्ति अपनी पत्नी की वजह से कैसे बेईमान बन गया – (लघु कथा)
How an honest person became dishonest because of his wife (short story) :–
आईये आज इस कहानी के माध्यम से हम जानते हैं कि एक ईमानदार व्यक्ति अपनी पत्नी की वजह से कैसे बेईमान बन गया – (लघु कथा) How an honest person became dishonest because of his wife (short story) !
एक बहुत ईमानदार व्यक्ति था । वह अपने कारोबार और परिवार का बहुत अच्छी तरह से ध्यान रखता था । एक बार वो व्यक्ति कारोबार के सिलसिले से घर से बाहर गया । उसके पास एक बैग था, जिसमें महत्वपूर्ण कागजात थे । यात्रा करते-करते जब वह थक गया तो उसने एक नदी पर बने पुल पर थोड़ी देर आराम करने का फैसला किया। अचानक उसका बैग नदी में गिर गया। यद्द्पि वह व्यक्ति उम्र में काफी बड़ा था फिर भी वो रोने लगा ! उसका बैग रैक्सीन का बना था और उसके लिए बहुत कीमती था क्यूंकि उसके अंदर कीमती कागजात और महत्त्वपूर्ण दस्तावेज रखे हुए थे । वह दुखी होकर, नदी में कूदकर अपनी जान देने के बारे में सोचने लगा।
वह नदी में कूदने ही वाला था कि नदी में से जल देवता प्रकट हुए और उन्होंने पानी के अंदर डुबकी लगाई और एक चमड़े का बैग लेकर बाहर निकले । लेकिन उस भले व्यक्ति ने उसे लेने से इंकार कर दिया, क्योंकि वह उसका नहीं था । देवता ने फिर डुबकी लगाई । इस बार उन्होंने एक वीआईपी कम्पनी का बैग निकाला । वह बैग भी उसका नहीं था इसलिए उस व्यक्ति ने उसे भी लेने से मना कर दिया । देवता ने फिर से डुबकी लगाई इस बार रैक्सीन का बैग निकाला वह व्यक्ति बैग पाकर बहुत खुश हुआ और देवता को दिल से धन्यवाद दिया । देवता भी उसकी ईमानदारी से बहुत खुश हुआ और उसे सभी बैग दे दिए ।
वह व्यक्ति खुशी-खुशी अपने घर पहुंचा और जो भी हुआ था अपनी पत्नी को ईमानदारी से सब कुछ बता दिया । उसकी पत्नी उसकी ईमानदारी से बहुत परेशान थी और वह उस देवता से भी मिलना चाहती थी, जो इतना उदार था । पत्नी की जिद के सामने पति की एक न चली, पति के पास पत्नी को पुल पर ले जाने के अलावा और कोई चारा नहीं था । दोनों पुल पर बैठ गए, अचानक से पत्नी पुल में कूद गई। वह व्यक्ति फिर से रोने लगा । देवता प्रकट हुए और उन्होंने उसकी पूरी कहानी सुनी । वे नदी में कूदे और “कैटरीना” को बाहर निकालकर उस व्यक्ति से पूछा, “क्या यही तुम्हारी पत्नी है ?” ईमानदार आदमी ने कहा-हां । देवता हैरान नही हुए फिर भी उन्होंने पूछा , वत्स तुम एक ईमानदार व्यक्ति हो फिर तुम सच क्यों नहीं बोल रहे हो ?व्यक्ति ने हाथ जोड़कर उत्तर दिया, ” कि अगर मैं नही” कह देता, तो आप फिर डुबकी लगाते और “मलाइका” को निकाल लाते । यदि मैं फिर नहीं कह देता तो आप फिर डुबकी लगाकर , मेरी पत्नी को निकाल लाते । फिर मैं हां कहता और आपने मुझे तीनों ओरतें दे दी होती । आप मेरी हालत का अंदाजा लगा सकते हैं । इसलिए मैंने थोड़ी बुद्धि के साथ ईमानदार होने का निर्णय लिया है । उस व्यक्ति कि बात सुन कर देवता बहुत खुश हुए और पत्नी को नदी से निकाल दिया !!
शिक्षा :–
इस कहानी हम सब के लिए एक महत्वपूर्ण शिक्षा यह है कि भले ही आप कई मामलों में अपने पार्टनर से ज्यादा समझदार हों, फिर भी अगर आप अपना वैवाहिक जीवन खुशी से भरपूर बनाना चाहते हैं, तो हमेशा सच बोलिए और अपने पार्टनर को भी हमेशा सच बोलने के लिए प्रेरित करें । यह सब करने के लिए चाहे आपको कुछ कम विलासित जीवन ही क्यों न गुजरना पड़े ।
ये भी पढ़ें :–
5 ऐसे शब्द जिनका मतलब हम नहीं जानते 5 words we don’t know the meaning of
कौडियाला घाट गुरुद्वारा साहिब, Kaudiyala Ghat Gurdwara Sahib, ਗੁਰੁਦ੍ਵਾਰਾ ਕੌੜੀਯਾਲਾ ਘਾਟ ਸਾਹਿਬ
कछुए और खरगोश की आगे की दौड़ में कौन जीता ? Who won the next race of Turtle and Rabbit ?
ब्लैक फंगस क्या होता है ? What is black fungus ?
सपने सच हो जाते हैं ? Do dreams come true?
कन्या भ्रूण हत्या एक अभिशाप या विज्ञान का दुरुपयोग या सामाजिक मजबूरी ??
ईश्वर से मुलाक़ात ( प्रेरक कहानी ) Meet god (Motiational story)