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टखने की चोट को कैसे सही करें ?

टखने की चोट को कैसे सही करें ? How to correct an ankle injury in Hindi?

टखने की चोट को कैसे सही करें ? How to correct an ankle injury in Hindi?

                                                                                                  टखने की चोट बड़ी तकलीफ देह होती है, कभी न कभी ज्यादातर लोग इस चोट से प्रभावित रहे ही होंगे,  इसमें असहनीय दर्द तो होता ही है साथ ही साथ हमारी दिनचर्या भी प्रभावित हो जाती है । आज हम टखने की चोट  के कारण हो सकते हैं और कसरत से कैसे उसे ठीक किया जा सकता है ये जानने की कोशिश करते हैं । आईये जानते हैं खने की चोट को कैसे सही करें ? How to correct an ankle injury in Hindi?

टखने की चोट :-

                              अधिकतर  लोग मानते हैं कि टखने में मोच जैसी खेल से लगी चोटों से बचने  का तरीका बैठे रहना यानी कि कम से कम गतिविधियों में भाग लेना है। दुर्भाग्यवश यह सही नहीं है। असल में बैठे रहने वाले लोगों में टखने की मोच की संभावनाएं ज्यादा होती हैं। रीढ़ की परेशानियों के बाद यह दुनिया भर में सबसे आम बीमारी है। सबसे खराब बात यह है कि टखने की चोट ठीक होने में लंबा समय लेती है। उससे भी बुरा यह है कि अगर ठीक से उपचार न हो तो ये चोट  फिर से पैदा हो सकती है।

टखने की चोट लगने  के मुख्य कारण :-

                                                                                  बिना नाप के जूते में पैर को जबर्दस्ती फंसाना, जिनसे चलने के दौरान स्थिरता नहीं रहती, कम से कम व्यायाम व दिन भर बैठे रहना और मांस पेशी-कंकाल तंत्र को जरूरी पोषण देने वाला भोजन न मिल पाना मोच या टखने की चोट की वजहें हो सकती हैं । मोटापा, जिससे नाजुक घुटनों पर ज्यादा जोर पड़ता है, इसकी एक और वजह है। बैठे रहने वाले लोगों में जोड़ों को सहारा देने वाली मांसपेशियां सुस्त और शिथिल हो जाती हैं, जिससे टखने जगह छोड़ देते हैं।

टखने की चोट के समाधान :-

                                                            ऐसा माना जाता है कि काम से थके और ज्यादा वजन सहने वाले जोड़ों को स्नेहक देने के लिए चलना पर्याप्त कसरत है। यह बैठे रहने की तुलना में ज्यादा सही है, लेकिन चलने में केवल कुछ ही मांसपेशी समूह काम आते हैं,  लेकिन चलने में केवल कुछ ही मांसपेशी समूह काम आते हैं, जबकि घुमाव, सिकुड़न और फैलाव भी किसी जोड़ को मजबूत और जवान रखने के लिए उतने ही जरूरी हैं। फिसलते और कूदते रहने वाले बच्चों (हालांकि दुर्भाग्य से यह किताबी कीड़े बने रहने को मजबूर और गजेट पर निष्क्रिय गेम खेलने वाले आज की पीढ़ी के बच्चों के साथ शायद नहीं होता) से हम अपने टखनों को इन चुनौतियों में मजबूत रखने की आशा  कर सकते हैं। जोड़ों से संबंधित स्वास्थ्य के अलावा इस तरह के गेम से -मांसपेशीय संबंध को प्रोत्साहन मिलता है। इसके साख इससे दिमाग और शरीर अन्य अंगों के बीच स्वस्थ संपर्क बनता है, जो इलाज में मददगार होता है। 

टखने की चोट और योग :-

                                                 पूरे शरीर के खिंचाव से संबंधित ज्यादतर शास्त्रीय योगों, जैसे ताड़ासन, द्विकोणासन और विरभद्रासन श्रेणी से टखनों को पूरा खिंचाव मिलता है। खासतौर से टखने को मजबूत बनाने वाले योग, योग की शुरुआत में गर्म होने के लिए किए जाने वाले योग, जैसे पवन मुक्तासन श्रेणी, जिसके कई संस्करण हैं, होते हैं। मार्शल कला के जानकार आक्रमण के लिए पैरों को उपकरण की तरह काम में लेते हैं। इस वजह से वे टखनों की ताकत पर बहुत ज्यादा निर्भर होते हैं। यहां एक इसी तरह के टखनों को ताकत देने वाले योग के बारे में बताया जा रहा है।

गूल्फ नमन आसन :-

                                    आईये आगे हम गूल्फ नमन आसन ( योग क्रिया ) के बारे में विस्तार से जानते हैं :-

  • सर्व प्रथम कुर्सी पर बैठिए ।
  • घुटनों को धीरे से अलग-अलग फैलाइए ।
  • आराम के लिए पैरों को फिर धरातल पर रखिए।
  • दोनों पैरों के तलों को इस तरह एक साथ कीजिए कि वे अंदर से स्पर्श करें।
  • इन्हें इस तरह व्यवस्थित कीजिए, जिससे पैर के अंगूठे भी स्पर्श करें।
  • पीछे से ताकत लगाइए  ।
  • हथेलियों को जंघा पर रखिए ।
  • सांस को सहज रखकर इस तरीके से जितनी देर रख सकें रखें ।
  • दोनों तलों को एक साथ रखिए ।
  • आराम के बाद कुछ बार इसे दोहराइए ।

ध्यान देने वाले बिंदु:-

                                    इस योग क्रिया में जंघा को कुर्सी की सीट से सहारा मिलना चाहिए । यह महत्व पूर्ण है, क्योंकि इसके बिना पैरों को ऊपर पकड़े रहना मुश्किल होगा । इसके अलावा शुरुआत में केवल कुछ ही सैकंड के लिए पकड़े रहिए। इस कसरत की शुरुआत में पहले प्रयास कम समय में कीजिए और बाद में धीरे-धीरे वक्त बढ़ाते रहें। यहां तक कि इसे रोजाना करते समय भी पहले दो प्रयासों को का समय दें और फिर बढ़ा सकते हैं।

गूल्फ नमन आसन  कैसे काम करता है :-

                                                               गूल्फ नमन आसन निम्न प्रकार से काम केता है :-

  • इस योग क्रिया से टखनों की नसें मजबूत होती हैं ।
  • जिससे वे कदमों का दबाव सहन कर सकते हैं ।
  • दोनों पैरों का मजबूत अभ्यास होता है ।
  • टखने की मोच से बचाव होता है ।
  • अंगूठों को पकड़ की कुदरती कला के लिए फिर से प्रशिप्ति करता है, जिससे कदम मजबूत होते हैं और टखनों को कम वजन सहन करना होता है ।

गूल्फ नमन आसन के अन्य फायदे :-

                                                             गूलफ़ नमन आसन के अन्य फायदे निम्न प्रकार से हैं :-

  •  नितंबकी चोट से बचाव करता है ।
  • घुटनों के दर्द से बचाता है ।
  • जंघाओं में तालमेल रहता है और वे सुगठित रहती हैं ।
  • मानसिक एकाग्रता बढ़ती है ।
  • पैर, जो सबसे ज्यादा मांसपेशी वाले समूहों में से एक हैं, लचीले बनते हैं ।
  • दिमाग के दोनों गोलार्द्ध संतुलित रहते हैं ।

 

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