बेस्ट यूलिप प्लान – यूलिप क्या है ? Ulip in Hindi
वैश्विक आर्थिक मदी, अनिश्चितता और दिशाहीन शेयर बाजार सहित म्यूचुअल फंड के समक्ष रिडमशन के दबाव से देश में जो वातावरण उत्पन्न हो रहा है उससे सामान्य निवेशक वर्ग काफी असमंजस की स्थिति में आ गया है। वह यह सोचने को बाध्य हो गया है कि अब निवेश कहां किया जाए ? निवेश सुरक्षित रहने के साथ प्रतिफल कहां अच्छा मिलेगा ? अब निवेशकों के लिए ये प्रश्न मूल बन गए हैं। पूंजी की सुरक्षा के साथ साथ उचित प्रतिफल भी मिल सके, ऐसे प्रोडक्ट या योजनाओं में एक स्कीम है यूलिप जिसमें एक साथ दो लाभ मिलते हैं। इसमें लगाया गया धन इन्वेस्टमेंट तो है ही साथ ही बीमा द्वारा जीवन सुरक्षा भी मिलती है। इतना ही नहीं इससे मिलने वाले प्रतिफल पर कर राहत का लाभ भी मिलता है। चलिए इस बार यूलिप को समझने का प्रयास करते हैं। बेस्ट यूलिप प्लान – यूलिप क्या है ? Ulip in Hindi
यूलिप क्या है ? –
यूलिप (यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान ) ऐसी योजना है जिसमें बाजार के ऊंचे प्रतिफल के साथ सुरक्षा भी मिलती है। इसमें पूजी साफ हो जाने की संभावना नहीं रहती। इसी प्रकार को दूसरी योजना ‘मिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान’ (एसआईपी) है, जिसमें हर महीने एक निश्चित राशि जमा करवानी होती है। यह रकम 500 रुपए प्रतिमाह से या उससे अधिक हो सकती है। यह स्कीम तेजी और मंदी दोनों स्थितियों में निवेश कर्ताओं के लिए फायदेमंद होती है। बूंद-बूंद से सागर भरता है, की कहावत को चरितार्थ करने वाली इस योजना में निवेश करने पर लाभ बढ़ता रहता है। मंदी के दौर में निवेशक को ज्यादा फायदा मिलता है, क्योंकि फंड की एनएवी (नेट अलेट वैल्यू) कम होने के कारण उसके खाते में अधिक यूनिट जमा हो जाते हैं।
एसआईपी के आकड़ों का इतिहास कहता है कि प्रतिमाह 2000 रुपए का 30 वर्षों तक नियमित निवेश करने पर लगभग एक करोड़ रुपए मिलने की आशा रहती है। फिर भले ही इस दौरान बाज़ार में कितनी ही उठा पटक क्यों न हुई हो। यह भी जानना जरूरी है कि यूलिप और एसआईपी के माध्यम से निवेश करने वाले निवेशकों को लंबे समय तक धैर्य रखना जरूरी है और इस तरह के निवेश मुख्यतः बच्चों की उच्च शिक्षा, शादी या फिर सेवानिवृत्त होने के बाद अपनी रिटायर्ड जिंदगी जीने के लिए किए जाते हैं। इन फंडों का अंतत: निवेश शेयरों में होने के बावजूद भी इसमें जोखिम कम, सुरक्षा ज्यादा तथा प्रतिफल उचित तौर पर अधिक मिलता है। लगभग सभी म्युच्युल फंड एसआईपी योजना ऑफर करते हैं। बेस्ट यूलिप प्लान – यूलिप क्या है ? Ulip in Hindi
यूलिप अर्थात् यूनिट लिक्ड इंश्योरेंस प्लान। यूलिप एक ऐसी निवेश योजना है, जो बीमा (इंश्योरेंस) का फायदा देने के उपरांत बाज़ार के साथ जुड़े हुए निवेश का लाभ रूपी प्रतिफल भी देती है। इंश्योरेंस और इन्वेस्टमेंट का यह मिश्रित स्वरूप देश भर में लोकप्रिय है। इंश्योरेंस का मतलब है लाइफ की कवरेज जिसमें बीमाधारक को प्रीमियम भरना पड़ता है और उसकी मृत्यु होने पर उसके परिवार को या फिर मियाद पूरी होने पर उसको लाभ मिलता है। मात्र जीवन के लिए बीमा लेने की बजाय यदि इसके साथ निवेश का तत्व भी शामिल हो जाए तो कैसा हो? इस विचार को लेकर यूलिप का जन्म हुआ और अनेक बीमा कंपनियों नें इस तरह के ऑफर शुरू किए हैं । इस तरह की योजनाओं में किए गए निवेश की राशि का एक हिस्सा बीमा कंपनियां जीवन बीमा की दृष्टि से निवेश कर देती हैं, जबकि शेष राशि शेयर या बांड जैसी अन्य प्रतिभूतियों में निवेश की जाती है, जिससे निवेशकों को लाइफ कवरेज मिलने के साथ उचित संपत्ति का अर्जन भी होता रहता है। इस योजना में कर लाभ मिलने के साथ उसकी पूंजी वृद्धि भी होती रहती है। बाजार की भरपूर उथल-पुथल के बावजूद भी लंबे समय के लिए यूलिप में किया गया निवेश श्रेष्ठ होता है। बेस्ट यूलिप प्लान
यूलिप के प्रकार –
वयक्तिगत प्लान –
बाज़ार में कई तरह के यूलिप उपलब्ध हैं जिनके अलग-अलग उद्देश्य हैं। इसमें मुख्य रूप से चिल्ड्रन एजुकेशन, बच्चों की शादी, बड़ा घर लेने या फिर रिटायर्ड जिंदगी के लिए धन इकट्ठा करने के उद्देश्यों का समावेश होता है। निवेशक अपनी सुविधा अनुसार प्लान का चुनाव कर सकता है। यूलिप लंबे समय में ज्यादा फायदेमंद होता है। विशेषकर 15 वर्ष से 25 वर्ष तक की योजना जो 25 से 40 वर्ष की आयु के बीच शुरू करना ज्यादा फायदेमंद रहता है।
व्यक्ति अपनी वृद्धावस्था की व्यवस्था के लिए, बच्चों की उच्च शिक्षा या फिर उनकी शादी के लिए यूलिप पर निर्भर रह सकता है। रिटायरमेंट के उद्देश्य से ली गई यूलिप पेंशन प्लान कहलाती है। लंबी अवधि के लिए इक्विटी निवेश श्रेष्ठ होता है। यूलिप लाइफ इंश्योरेंस प्लान है, जो स्टॉक बाज़ार से जुड़ा रहता है परिणामस्वरूप इससे मिलने वाले प्रतिफल में घटत-बढ़त होती रहती है। इसमें कैपिटल गारंटी प्लान भी आता है जिसमें बाज़ार की घटत-बढ़त से प्रभावित हुए बिना निवेशकों को उनके द्वारा भरे गए प्रीमियम की मियाद पूरी करने पर प्रीमियम वापस करने की गारंटी दी जाती है। यहां इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि निवेशक द्वारा भरे गए प्रीमियम का भुगतान करते समय उसमें से मॉर्टलिटी, सेल्स, मार्केटिंग और एडमिनिस्ट्रेशन जैसे खर्चे घटाने तथा घोषित किए गए बोनस की रकम जोड़कर जो रकम गणना करने पर आती है उसका भुगतान किया जाता है।
ग्रुप लिंक्ड प्लान –
व्यक्तिगत के अलावा ग्रुप लिंक्ड यूलिप भी उपलब्ध है। कोई कंपनी जब अपने कर्मचारियों के लिए ग्रेच्युटी, सुपर एन्युएशन और लीव इनकैशमेंट जैसी सुविधाएं देना चाहती है तब उसके लिए इस प्रकार के ग्रुप प्लान चुने जाते हैं।
जोखिम की संभावना –
यूलिप अधिक जोखिम वाली उसी प्रकार कम जोखिम वाली भी हो सकती है। एग्रेसिव यूलिप की राशि का 80 से 100 प्रतिशत तक हिस्सा इक्विटी में निवेश करने के कारण अधिक जोखिम भरा होता है। बैलेंस्ड यूलिप में 40 से 60 प्रतिशत निवेश इक्विटी में करने से इसमें जोखिम मध्यम रहती है, जबकि, कंजर्वेटिव यूलिप में सिर्फ 20 प्रतिशत निवेश इक्विटी में करने से जोखिम सबसे कम रहती है। निवेशकों को अपनी परिस्थिति तथा जोखिम संभालने की क्षमता को ध्यान में रखते हुए यूलिप का चयन करना चाहिए। आम आदमी मात्र बीमा ले इससे बेहतर है कि वह यूनिट लिंक्ड बीमा ले ताकि जीवन की सुरक्षा मिलने के साथ पूंजी वृद्धि के लाभ भी मिले, परंतु याद रखें कि यूलिप लंबे समय में ही अधिक फायदे मंद है। धीरज का फल मीठा होता है।
यूलिप के 5 फायदे –
यूलिप के 5 फायदे निम्न प्रकार से हैं:-
- एक ही प्लान में कर आयोजन, लाइफ इंश्योरेंस और संपत्ति सर्जन का समावेश।
- इसमें लचीलापन होने के कारण निवेशक बाज़ार की स्थिति को ध्यान में रखकर तथा स्वयं की जोखिम उठाने की क्षमता के आधार पर इक्विटी से बैलेंस्ड प्लान या डेब्ट प्लान में ट्रांसफर ले सकते हैं।
- स्विचिंग या ट्रांसफर के कारण होने वाले लाभ पर कर नहीं लगता है । भले ही यह ट्रांसफर एक वर्ष से कम समय में लिया गया हो।
- यूलिप की मियाद पूरी होने पर भी इसे चालू रखा जा सकता है, हालांकि इसमें जीवन सुरक्षा नहीं मिलती है ।
- आयकर की धारा 10 डी के तहत मैच्योरिटी पर मिलने वाला लाभ कर मुक्त है ।।
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