हास्य कथाएं – Laughing Stories :-
आज हम आपको हास्य कथाएं सुनाते हैं , आशा है आप लौट पौट के मग्न हो जाएंगे ।
सेहत का मंत्र :-
एक दिन एक प्रोफेसर साहेब कालेज में अपने लेक्चर न विद्यार्थियों को एक सार्थक संदेश देते हुए कुछ समझाना चाहते थे, इसलिए वे चार जार लेकर कक्षा में पहुंचे। पहले जार में एल्कोहल भरा था । दुसरे जार में सिगरेट का धुआं भरा हुआ था । तीसरा जार चॉकलेट सीरप से और चौथा जार मिटटी से भरा हुआ था । प्रोफ़ेसर ने चारो जार टेबल में रख दिए और चारो जारों में एक एक जीवित कीड़ा डाल दिया । कुछ देर बाद देखा गया तो पता चला कि अल्कोहल, सिगरेट के धूंए और चॉकलेट के सीरप में रखे गए कीड़े मर चुके थे, लेकिन मिटटी के जार वाला कीड़ा अभी भी जीवित था । प्रोफेसर ने अंत में समझाने के इरादे से विद्यार्थियों से सवाल किया, इससे तुम्हें क्या संदेश मिलता है ? पीछे बैठे एक छात्र ने खड़े होकर एका एक जवाब दिया, “सर इससे हमें यह पता चलता है कि जितने लम्बे समय तक हम शराब , सिगरेट और चॉकलेट लेते रहेंगे उतने समय तक पेट के कीड़े हमें परेशान नहीं करेंगे ।” हास्य कथाएं
सही जवाब :-
एमबीए आनंदीलाल नौकरी के प्रतिष्ठित पद के लिए एक कंपनी में इंटरव्यू देने पहुंचे इंटरव्यू के बाद साक्षात्कारकर्ताओं ने आनंदी लाल के लिए एक क्विज टेस्ट रखा जिसमें पास होने पर ही उन्हें नौकरी मिल सकती थी। बहर हाल आनंदी लाल तो इस परीक्षा में पास नहीं हुए आप जानिए आनंदी लाल के गलत और साक्षात्कार कर्ताओ के सही जवाब :-
1. सवाल – आप एक जिराफ को फ्रिज में कैसे रखेंगे ?
आनंदी लाल का जवाब :- यह कैसे हो सकता है ? भला जिराफ को फ्रिज में कैसे रखूंगा ?
सही जवाब :- अरे भई बहुत आसान है, फ्रिज खोलिए जिराफ को अंदर डालिए और दरवाजा बंद कर दीजीए । ( यह सवाल इस बात का टेस्ट करता कि क्या आप सरल चीजों को भी मुश्किल तरीके से अंजाम देते हैं? )
2- सवाल – आप एक हाथी को फ्रिज में कैसे रखेंगे ?
आनंदी लाल का जवाब :- फ्रिज खोला हाथी को अंदर डाला और दरवाजा बंद कर दिया।
सही जवाब :- नहीं, पहले जिराफ को फ्रिज से निकालिये, अब हाथी को अंदर डालिए और दरवाजा बंद कर दीजिए। (यह सवाल आपकी भविष्यदृष्टि परख करता है।)
3. सवाल – जंगल के राजा शेर ने जानवरों की सभा का आयोजन किया। एक जानवर ने सभा में हिस्सा नहीं लिया। वह कौनसा जानवर था ?
आनंदी लाल का जवाब :- भला मुझे क्या मालूम कि कौन वहां नहीं पहुंचा ।
सही जवाब :- अरे भई वह हाथी है जो कि फ्रिज में बंद है । ( यह प्रसन्न आपकी व्यापक सोच की परीक्षा है )
4- सवाल -जंगल में एक नदी है जिसमें बहुत से मगरमच्छ हैं, आप नदी कैसे पार करेंगे ?
आनंदी लाल का जवाब :- नहीं ये संभव नहीं है क्योंकि मगरमर मुझे अपना भोजन बना लेंगे ।
सही जवाब :– आनंदी लाल जी यह तो बहुत आसान है। सारे मगरमच्छ तो सभा में हैं , आपको नदी पार करने में कोई दिक्कत नहीं आएगी । (यह प्रश्न आपकी तार्किक योग्यता कि परख करता है ।)
मुफ्त सलाह –
एक डॉक्टर व वकील के बीच एक पार्टी में बातचीत चल रही थी। बातचीत के दौरान लोग डॉक्टर से मुफ्त सलाह और दवाइयों के बारे में पूछ रहे थे। जिससे बातचीत में खलल पड़ रहा था। यह सब करीबन एक घंटा चला । परेशान होकर डॉक्टर ने वकील से पूछा, ”जब आप ऑफिस से बाहर होते हैं और लोग आपसे मुफ्त सलाह ले रहे होते हैं तो आप उन्हें किस तरह रोकते हैं?” मैं उन्हें सलाह दे देता हूं और अगले दिन बिल भेज देता हूं, वकील ने जवाब दिया । डॉक्टर आश्चर्यचकित था, लेकिन वह ऐसा करने के लिए सहमत हो गया। अगले दिन डॉक्टर ने मन में कुछ आपराध भाव के साथ पार्टी में जिन लोगों ने सवाल पूछे थे, उनके बिल तैयार किए । जब वह मेल बॉक्स में बिल डालने पहुंचा तो उसे अपने नाम का एक बिल मिला । डॉक्टर को अपने सवाल का जवाब मिल चुका था, वह बिल वकील ने डॉक्टर को भेजा था। हास्य कथाएं
तरकीब :-
एक जादूगर को जहाज में लोगों के मनोरंजन के लिए नियुक्त किया गया । हर हफ्ते जहाज में नए दर्शक होते थे, इसलिए जादूगर एक ही तरह की तरकीब हर बार इस्तेमाल करने लगा था । कप्तान का तोता भी हर सप्ताह जादूगर का शो देखा करता था । धीरे-धीरे उसे जादूगर की हर ट्रिक समझ आने लगी थी । जब वह पूरी तरह जादूगर की तरकीबें समझ गया तो आए दिन शो के बीच चिल्लाता था ‘देखो, देखो यह वह टोपी नहीं है जो उसने पहले दिखाई थी। देखो, वह टेबल के नीचे फूल छिपा रहा है।” जादूगर को बेहद गुस्सा आता था, लेकिन वह कुछ नहीं कर पाता था। आखिरकार वह कप्तान का तोता था। एक दिन अचानक जहाज दुर्घटना ग्रस्त होकर पानी में डूबने लगा। जादूगर को जब होश आया तो उसने स्वयं को पानी के बीच एक लकड़ी की पट्टी के सहारे तैरता हुआ पाया। वहीं पट्टी पर तोता भी मौजूद था। दोनों ने एक दूसरे की ओर नफरत भरी नजरों से देखा, लेकिन किसी ने कुछ नहीं कहा । ऐसा एक दिन, दो दिन और उसके बाद कई दिनों तक चला। एक हफ्ते बाद तोते ने मौन तोड़ते हुए कहा, अच्छा मैं हारा, अब बताओ जहाज कहां है ? “
भूल :-
एक दिन दीना नाथ जी दफ्तर पहुंचे तो उनके दोनों कानों पर बैंडेज लगा था। बॉस ने बुलाकर दीनानाथ जी से पूछा, ये क्या हुआ ? दीनानाथ जी, कुछ नहीं, आज धोबी छुट्टी पर था तो मैंने सोचा क्यों न खुद ही अपने कपड़े प्रेस कर लूं । मैं कपड़ों पर इस्तरी कर ही रहा था, कि अचानक फोन की घंटी बजी मैंने प्रेस को फोन समझ कर उठा लिया । बॉस, अच्छा ठीक है लेकिन दूसरे कान पर क्या हुआ ? दीनानाथ जी बोले , जी वो उन्होंने फिर से फोन किया था ।
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