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मधुमेह ( शूगर ) के कारण और निदान

मधुमेह ( शूगर ) के कारण और निदान – Diabetes (Sugar) Causes and Retention

मधुमेह ( शूगर ) के कारण और निदान – Diabetes (Sugar) Causes and Retention –

                                                                           आज कल अधिकतर लोग मधुमेह से परेशान रहते हैं, हमारी बिगड़ती जीवन शैली और खान पान में लापरवाही और  शारीरिक श्रम न करना इसके प्रमुख कारण हैं । मधुमेह को आम बोलचाल की भाषा में शूगर कहा जाता है और अंग्रेजी में इसे Diabetes कहते हैं ।  चलिए आज हम मधुमेह ( शूगर ) के कारण और निदान  – Diabetes (Sugar) Causes and Retention  पर विस्तार पूर्वक बात करते हैं ।

मधुमेह Diabetes के बारे में –

                                                     कुछ समय पूर्व में अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन का एक रिसर्च आया इस शोध में हिस्सा लेने वालों से अपनी विभिन्न सेहत समस्याओं की गंभीरता का क्रम बताने को कहा गया । इन समस्याओं में कैसर, दिल की बीमारियां और डायबिटीज आदि बीमारियां शामिल थीं । शोध में 1 से 10 के स्केल पर कैंसर और दिल की बीमारियों ने नौवां व दसवां स्थान पाया, लेकिन डायबिटीज ने चौथा या पांचवां स्थान पाया । अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन के चीफ एग्जीक्यूटिव लैरी हॉउजनर के अनुसार, ‘आम तौर पर लोग सोचते हैं, डायबिटीज एक सामान्य बीमारी है और उसका इलाज है । वे मानते हैं कि डायबिटीज के साथ कोई नहीं मरता । ऐसा इसलिए है क्योंकि वे उसकी गंभीरता को कम आंकते हैं, जो किसी भी लिहाज से ठीक नहीं है |

                                              इसी शोध में पाया गया कि डायबिटीज के मरीजों को उससे जुड़ी चीजों के बारे में बहुत कम जानकारी थी । जबकि विशेषज्ञों का मानना है कि डायबिटीज को क कहीं से  भी हल्के तौर पर नहीं लिया जा सकता । यह सुनने, देखने से लेकर मानसिक क्षमताओं और नींद तक सभी का पर असर डालते हुए पूरे शरीर को खतरनाक ढंग से  प्रभावित करती हैं । यह देखने की क्षमता छीन सकती है और गुर्दे भी बेकार कर सकती है, साथ ही दिल के दौरे व हृदयाघात की संभावनाओं को तिगुना कर सकती है । यूनिवर्सिटी ऑफ नॉर्थ कैरोलिना स्कूल ऑफ मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ. जॉन बी. ब्युस के अनुसार, यह ऐसी बीमारी है जिसमें आपको जिंदा खाने की क्षमता है । यह बेहद खतरनाक हो सकती है । यह कितना नुकसान कर सकती है, इस बात की कल्पना करना भी मुश्किल है।

मधुमेह Diabetes होने के कारण  –

                                                              विशेषज्ञों का मानना है, डायबिटीज तब उत्पन्न होती है, जब शरीर रक्त शर्करा का उपयोग ऊर्जा के रूप में नहीं कर पाता, क्योंकि या तो इसके पास बेहद कम इंसुलिन होता है या फिर यह इंसुलिन का इस्तेमाल नहीं कर पाता । टाइप टू डायबिटीज जो कि 90 से 95 प्रतिशत मामलों में पाई जाती है, उम्र बढ़ने के बाद  विकसित होती है और मोटापे व व्यायाम के अभाव के कारण पनपती है । टाइप 1 डायबिटीज जो अक्सर बच्चों में पाई जाती है, तब पैदा होती है, जब प्रतिरोधक तंत्र गलती से उन कोशिकाओं को नष्ट कर देता है जो इंसुलिन का निर्माण करती हैं । डायिबटीज हमारे रहन सहन के स्तर में बदलाव होने के कारण, हैवी डाईट के कारण व शारीरक श्रम न करने के कारण  तथा व्यायाम न करने के कारण अधिक होती है इसलिए पूर्व में इसे अमीरों की बिमारी कहा जाता था ।

                                                  ऐसे में डायबिटीज की बढ़ती हुई दर के आंकड़े चिंतित करने वाले हैं । कुछ समय प्रूव में सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के आंकड़ों के अनुसार, अमेरिकी डायबिटीज रोगियों की संख्या 24 मिलियन तक पहुंच गई है जो कि जनसंख्या का 8 प्रतिशत है और सी. डी. सी. का अनुमान यह भी है कि 57 मिलियन लोग ऐसे हैं जिनका रक्त शर्करा स्तर असामान्य है और वे प्री डायबिटीज की श्रेणी में आते हैं । इसके अलावा डायबिटीज अन्य रोगों के साथ भी जुड़ी हुई है। जर्नल ऑफ अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन की रिपोर्ट के अनुसार जो लोग अवसाद से ग्रस्त होते हैं, उनमें टाइप टू डायबिटीज का खतरा अधिक होता है ।

मधुमेह Diabetes के खतरे  –

                                                       कुल मिलाकर डायबिटीज सिर से पैर तक खतरनाक है । मस्तिष्क में यह न केवल अवसाद के खतरे बढ़ा सकती है, बल्कि नींद और हृदयाघात की संभावनाओं में भी बढ़ोतरी करती है। यह देखने की क्षमता और दांतों की सेहत के लिए खतरा पैदा कर सकती है। इसके अलावा नए शोधों में यह भी पता लगा है कि यह बीमारी बहरे पन के खतरे की संभावना को दोगुना कर देती है। इससे लीवर व गुर्दे की बीमारियां, गेस्ट्रोइंटेस्टाइनल रोग जैसे स्टॅमक पैरालाइसिस, आंतों की नियंत्रण क्षमता में कमी भी हो सकते हैं ।

मधुमेह Diabetes gका इलाज  –

                                                    इस बात में कोई दो राय नहीं है कि डायबिटीज का इलाज हो सकता है और इस समंध में नई चिकित्सा पद्धति व उपकरणों ने काफी बेहतरी ला दी है, लेकिन इस बीमारी पर नज़र रखने के लिए लगातार निगरानी और महंगी सार-संभाल की जरूरत है । साथ ही जीवनशैली बदलावों जैसे वजन कम करना, नियमित रूप से व्यायाम करना और अपने कार्बोहाइड्रेट्स पर नज़र रखना जरूरी है । डॉ. ब्युस के अनुसार, ”जो लोग अपनी बीमारी पर ध्यान देते हैं और नियमित चिकित्सकीय सार संभाल लेते रहते हैं उनमें जीवन को सामान्य रूप से बिना डायबिटीज के बिताने की संभावनाएं ज्यादा होती हैं। अगर वास्तविकता में लोग इस बीमारी की गंभीरता को समझ कर उपयुक्त कदम उठा लें तो काफी हद तक यह जोखिम कम हो सकता है । हालांकि डॉक्टर्स के लिए यह चुनौतीमंद है कि वे मरीजों को इस बात के लिए तैयार करें कि डायबिटीज भी एक बड़ा सेहत खतरा है और इसके लिए कदम उठाया जाना बेहद जरूरी है ।” डॉ. हॉउजनर के अनुसार, ”हम यह नहीं चाहते कि लोग उम्मीद छोड़ दें बल्कि हम चाहते हैं लोग इसकी गंभीरता को समझें और बचाव के प्रयास करें।”

 

मधुमेह से बचने के कुछ आसान उपाय –

1- एक्सरसाइज

  1. आपको भारी-भरकम वर्क आउट और घंटों जिम में बिताने की जरूरत नहीं है । इसके बजाय आप आधा घंटे तक टहलें । 15 मिनट से शुरुआत करें, और उसके बाद इसमें रोजाना  एक मिनट बढ़ाते जाएं । एक हफ्ते में पांच बार पर्याप्त है । शारीरिक रूप से सक्रिय रहना और चलना-फिरना अच्छी सेहत के लिए जिम्मेदार होता है ।
  2. जहां तक हो सके लिफ्ट की जगह सीढ़ियों का इस्तेमाल करें ।
  3. वर्कप्लेस, थिएटर, रेस्टोरेंट या जहां कहीं भी आप जा रहे हों, गाड़ी की पार्किंग वहां से दूर जगह पर करें ।
  4. डांसिंग, स्विमिंग, बाइकिंग कोई भी एक्सरसाइज आसानी से न छोड़ दें । ध्यान रखें, आप अकेले नहीं हैं, आप जैसे बहुत से लोग हैं जिन्होंने अपने बचपन से लेकर अब तक कोई एक्सरसाइज नहीं की है ।
  5. जॉगिंग जैसी गतिविधियां करते रहें।
  6. अपने वर्कप्लेस पर चलने-फिरने वाले काम खुद करें । बार-बार सहयोगी की मदद लेने की बजाय खुद उठकर उन कामों को करें ।

 

2- खान-पान –

                       वजन कम करने और सेहतमंद बने रहने के लिए आपको खाने- पीने में कोई भारी भरकम बदलाव नहीं करने हैं । आपको जरूरत है कि आप सही चीजें खाएं  हर चीज पर न टूट पड़ें । किसी भी खाद्य पदार्थ को कम न करें बल्कि उसकी मात्रा को कम करें । कुछ चीजों में बदलाव लाएं और यह सब आपको डायबिटीज से लड़ने में बेहद मददगार साबित होगा । इस संबंध में कुछ आसान नुस्खे इस प्रकार हैं –

  1.  खाने की ज्यादा-ज्यादा मात्रा को कम कर सकते हैं ।
  2. एक बार में जरूरत से ज्यादा खाकर पेट न भरें । इसके बजाय थोड़ा-थोड़ा करके अपनी निश्चित संख्या से ज्यादा बार खाएं ( तीन  बार भरपेट खाना + तीन  बार स्नैक इसका आदर्श तरीका है)।
  3. रोजाना नाश्ता जरूर करें।
  4. तले-भुने खाने, फास्ट-फूड आदि खाने से बचें या इनमें वसा की मात्रा को कम करें ।
  5. धीरे व चबा चबा कर खाएं ।
  6. फल, सब्जियां, साबुत अनाज, फलियों को अपने भोजन शामिल करें ।
  7. मैदे की ब्रेड के स्थान पर गेहूं की ब्रेड और सफेद चावल के बदले छिलके वाले चावल का उपयोग करें ।
  8. रेस्टोरेंट में खाएं, लेकिन इस बात के लिए जागरूक रहें कि आप कितना और क्या खा रहे हैं ।
  9. जो भी पेय ले रहे हों, उसमें कैलोरी की मात्रा का ध्यान रखें ।
  10. अखरोट, बादाम आदि की कम मात्रा (5-6 पीस प्रतिदिन) भी ले सकते हैं ।
  11. धूम्रपान छोड़ दें

3- हफ्ते में एक बार ये भी करें –

डायबिटीज अक्सर तनाव के उच्च स्तरों के कारण होती है । आधुनिक जीवनशैली का दबाव भी इसके लिए काफी हद तक जिम्मेदार है । इसलिए उन कारणों के प्रति सतर्क रहें जो आपको तनाव देते हैं । आप योग शुरू कर सकते हैं, सप्ताह में एक बार मसाज या स्पा ले सकते हैं, वीकेंड में  बच्चों के साथ पिकनिक मना सकते हैं  इसके अलावा आप वीकेंड में हल्के हलके म्यूजिक का आनंद भी ले सकते है जिससे  तनाव आपसे दूर रहेगा ।।

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