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सम्मोहन उपचार (Hypnosis treatment)

सम्मोहन उपचार (Hypnosis treatment) – सम्मोहन का मतलब एवं सम्मोहन के प्रकार –

पुराने जमाने से ही सम्मोहन उपचार (Hypnosis treatment)  विधि के द्वारा कई रोगों का उपचार किया जाता रहा है, आज हम इसी के बारें में विस्तार से जानते है –

सम्मोहन उपचार (Hypnosis treatment) –

सम्मोहन उपचार (Hypnosis treatment) के बारे में हमारे समाज में बहुत सारी भ्रांतियां फैली हुई हैं। सच मानें तो ये सम्मोहन यानी (हिप्नोटिज्म) एक ऐसी विधा है, जो रहस्यमयी से लगती है। सरसरी  तौर पर यह मात्र वशी करण की एक प्रक्रिया सी लगती है, जिसमें इस विधा का जानकार  विशेषज्ञ अपने सामने बैठे व्यक्ति को कुछ मंत्रों से  वशीभूत कर के, उसके जीवन की सारी  बातें आसानी से जान लेता है और सम्मोहित होने वाला  व्यक्ति पूरी तरह सम्मोहन करने वाले विशेषज्ञ के वश में हो जाता है और हर कार्य विशेषज्ञ के  निर्देश  पर ही करता है । अगर आप भी सम्मोहन के बारे में ऐसी ही राय रखते हैं, तो यह पूरी तरह सही नहीं है।

दरअसल यह इलाज की एक पुरानी पद्धति है, जो मनुष्य के अवचेतन मन के विज्ञान से जुड़ी हुई हैं। दरअसल आत्म सम्मोहन प्रत्येक ध्यान प्रक्रिया में एक अंग की तरह प्रयुक्त होता है। जब कोई दूसरा व्यक्ति सम्मोहन का उपयोग उपचार के लिए करता है तो वह हिप्नोथैरेपी तकनीक का इस्तेमाल करता है। इसमें बोध और स्मृति में परिवर्तन करने की तासीर है। बहुत सारी मानसिक बाधाओं को नियंत्रित करने की क्षमता के चलते यह तकनीक तीव्र एकाग्रता और केंद्रित ध्यान व्यक्ति को उस उच्च स्थिति में पहुंचाने में सहायता प्रदान करती है। यह अवस्था अभ्यास के द्वारा स्वतः ही प्राप्त की जा सकती है। इस अवस्था में एक व्यक्ति अपना ध्यान एक प्रशिक्षित चिकित्सक की सहायता से अपने सोच और काम पर भी केंद्रित कर सकता है। सोच को एक स्थान पर केंद्रित करने की अवस्था से ही उपचार करने की कला हिप्नोथैरेपी का मुख्य विचार है।

ज्यादातर लोग हिप्नोथैरेपी को साइको थैरेपी का एक औजार मानते हैं, जबकि यह स्वयं में संपूर्ण इलाज प्रणाली है। यह साइको थैरेपी की मदद करती है इसकी सहायता से उस सम्मोहन अवस्था को प्राप्त किया जा सकता है, जिससे व्यक्ति दुख से भरे हुए विचार, अनुभव और यादों को बाहर निकाल सकता है जो कि उसके अंतर्मन की गहराइयों में छुपी हुई होती है । इसकी सहायता से दर्द को चेतना तक आने से पहले ही रोक दिया जाता है। हिप्नोथैरेपी का इस्तेमाल दो तरह से किया जाता है ।

1- सुझाव पद्धति

2- आकलन पद्धति 

सुझाव पद्धति –

हिप्नोथैरेपी की इस प्रक्रिया में व्यक्ति को सुझावों पर अमल करने के लिए बेहतर बनाया जाता है। इसकी सहायता से बीमार व्यक्ति की कुछ निश्चित आदतों में बदलाव किया जा सकता है। उनसे छुटकारा पाया जा सकता है। उदाहरण के लिए जो लोग सिगरेट छोड़ना चाहते हैं या फिर वे नाखून चबाने की आदत से छुटकारा पाने चाहते हैं तो यह पद्धति उनकी सहायता कर सकती है। यह लोगों में चीजों को देखने का नजरिया और उत्सुकता के मापदण्डों में भी बदलाव कर सकती है। यह दर्द को नियंत्रित करने में खासकर उपयोगी होती है।

आकलन पद्धति –

इस तरीके का उपयोग समस्या या परेशानी की जड़ तक पहुंचने के लिए किया जाता है। दुखद भूत काल या बीता हुआ कल जिसे व्यक्ति ने अपनी अन्त चेतना की गहराइयों में दफन कर दिया है और उसे बाहर नहीं आने देना चाहता, ऐसी स्थिति में यह प्रक्रिया काम करती है। समस्या को सामने लाने के लिए सम्मोहन की अवस्था का प्रयोग किया जाता है। एक बार जैसे ही समस्या सामने आ जाती है तो उसका निदान साइकोथैरेपी की सहायता से कर दिया जाता है। इस स्थिति में यह समस्या खोजने तक सीमित हो जाता है और समस्या के अनुसार आगे का काम साइकोथैरेपी का विषय हो जाता है और उसी की सहायता से उसका निदान भी किया जाता है।

इस हिप्नोटिक स्टेट में व्यक्ति के साथ बातचीत ज्यादा खुले तौर पर होती है और सुझाव पर भी ज्यादा गहनता से अमल किया जाता है। नींद से संबंधित अनियमितताएं, डर, फोबिया और चिड़चिड़ा पन, अवसाद, तनाव, दुखद घटनाओं का सदमा आदि में यह उपयोगी है। हिप्नोथैरेपी ऐसे लोगों के लिए कारगर साबित नहीं होती जिनमें हालांकि हिप्नोसिस कुछ ऐसी यादों या घटनाओं को भी बाहर निकालता है जो कभी घटित ही नहीं हुई है। ऐसी स्थिति में इलाज की दिशा ही गलत हो जाती है। इसी वजह से इलाज के दौरान हिप्नोसिस का इस्तेमाल सदैव विवादास्पद रहा है।

हिप्नोथैरेपी एक निरापद पद्धति है। इसमें नुकसान की कोई संभावना नहीं होती। एक बात स्पष्ट होनी चाहिए कि इस प्रक्रिया में दिमाग पर न तो किसी तरह का नियंत्रण किया जाता है और न ही यह किसी तरह का ब्रेन वॉश करती  है। इस प्रक्रिया को उपयोग में लाने वाला विशेषज्ञ न तो कोई ऐसी चीज करता है जिससे मरीज की तकलीफ बढ़े या फिर उसे कुछ ऐसा करना पड़े जो वह नहीं करना चाहता। इसका सबसे बड़ा खतरा जैसा कि ऊपर बताया जा चुका है कि यह कभी-कभी गलत यादों या घटनाओं को पेश कर देता है। हिप्नोथैरेपी एक निश्चित प्रक्रिया है और इसका उपयोग इस विषय के विशेषज्ञ द्वारा ही किया जाना चाहिए। इस पद्धति को उपयोग करने के लिए उसके पास उचित लाइसेंस और प्रमाणपत्र होना जरूरी है, जिसे इस विधा में विशेष प्रशिक्षण प्राप्त हुआ हो ।

सम्मोहन उपचार पद्धत्ति के लाभ –

एक अच्छी और गुणवत्ता युक्त हिप्नोसिस जहां आप को प्रशिक्षित करने वाला आप पर विशेष ध्यान दे रहा है, ऐसे में ये पद्धत्ति आपके लिए रामबाण सिद्ध हो सकती है। एक बार इसका महत्व समझ आ जाने पर यह आपके पूरे जीवन में बदलाव ला देगा। हिप्नोसिस मानवीय प्रयास की तीव्रता को बढ़ा देता है। यह आपके संप्रेषण और व्यक्त करने की क्षमताओं में भी वृद्धि करता है। आत्मविश्वास, विचार की क्षमता और खुशनुमा जीवन के लिए यह फलदायीं औषधि के रूप में आपके काम आ सकता है। दरअसल यह नकारात्मक विचारों और भावनाओं का निवारण करता है और आपकी जीवन ऊर्जा को सकारात्मक कामों की ओर मोड़ देता है। नकरात्मकता से सकरात्मकता की ओर सफर इस चिकित्सा प्रणाली का एकमात्र उद्देश्य होता है ।।

इस लेख के माध्यम से मई आपको सम्मोहन उपचार (Hypnosis treatment) के बारे में विस्तार से बता पाया होऊंगा गर ये लेख आपको पसंद आया है तो कृपया कमेंट करें और शेयर करें ताकि मैं भविष्य में ऐसे लेख लिखता रह सकूं ।

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