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घर की बगिया में कीटनाशक का प्रयोग

घर की बगिया में कीटनाशक का प्रयोग – Best pesticide for plants at home

घर की बगिया में कीटों या फफूंदी का प्रकोप हो सकता है, जो आपके पौधों को नुकसान पहुंचा सकता है। कुछ खास कीटनाशक आपकी बगिया के लिए सही विकल्प साबित हो सकते हैं। आज इस लेख में हम जानते हैं कि घर की बगिया में कीटनाशक का प्रयोग – Best pesticide for plants at home. 

घर के बगीचे में लगने वाले कीट व् कीटनाशक

घर की बगिया में भी खेतों की तरह कीटों या फफूंदी का प्रकोप हो सकता है, जो आपके पौधों को नुकसान पहुंचा सकता है, लेकिन घर में कीटनाशकों का अति प्रयोग संभव नहीं है और न ही यह पर्यावरण के हित मे होगा। कुछ खास कीटनाशक आपकी बगिया के लिए सही विकल्प साबित हो सकते हैं। ऐसे कीट जो आपके घर के पौधों पर आक्रमण करते है वह इस प्रकार हैं :-

एफिड जेसिड व थ्रिप्स

ये छोटे-छोटे कीट होते हैं, जो प्राय: गुलाब, डहेलिया,गुलदाऊदी, अन्य सजावटी पौधों व प्याज, लहसुन या अन्य सब्जियों के पौधों पर आक्रमण करते हैं। ये एक साथ बडी संख्या में पाए जाते हैं। ये पत्तियों व नई कोंपलों को चूस कर पौधों को हानि पहुंचाते हैं। डिमिथोएट (रोगोर) याफिर डाइक्लोरोवोस (नुवान) नामक कीटनाशक को दो मिलीलीटर प्रति लीटर पानी में घोल कर छिड़कें। याद रखें कि पालक, सलाद पत्ते, सरसों आदि हरी पतियों की सब्जियों पर न छिड़कें। टमाटर या फलदार सब्जियों पर तुड़ाई से एक पखवाड़े पहले ही छिड़काव बंद कर दें।

सुंडी

हरी व काली सुंडी अधिक आम है। हरी सुंडी भी कई प्रकार की होती हैं। ये पतों, फूलों या फल खाकर उन्हें बेकार कर देती हैं। इनके लिए सबसे कारगर साइपरमैथरिन नामक दवा है। घरों में साइपरमैथरिन 10 का प्रयोग अधिक उपयुक्त है। इसकी  मात्रा  दो मिलीलीटर लीटर पानी की दर से घोल बनाएं व छिड़कें। घरों में एन्डोसल्फान, मेटासिस्टॉक्स जैसी दवाओं का प्रयोग न करें। काली कटुआ सुंडी क्यारियों या गमलों में रहती है व नए पौधों को काट डालती है। इसके लिए घरों में दीमक के लिए प्रयोग किए जाने वाले क्लोरपाइरीफॉस नामक कीटनाशक का घोल 3 मिलीलीटर प्रति लीटर पानी की दर से मिटटी में सींच दें। दीमक के लिए भी यही इलाज है।                                                              घर की बगिया में कीटनाशक का प्रयोग

तना, पती व फलछेदक

इसकी रोकथाम के लिए यूं तो किसान आम तौर पर एन्डोसल्फान छिड़कते हैं पर घरों के लिए क्विनालफॉस या फिर क्लोरपाइरीफॉस का घोल दो मिलीलीटर प्रति लीटर पानी की दर से पंद्रह दिन के अंतराल से दो बार छिड़काव करें।नुवान का भी छिड़काव लाभकारी हो सकता है।

माइट

यह गुलाब, गुलदाऊदी, डहेलिया व कई अन्य पौधों के पतों को खासी हानि पहुंचाता है। नंगी आंख से नहीं दिखता पर पत्तों को मोड़कर कमजोर कर देता है। इसके लिए फॉसमाइट या क्विनालफॉस का घोल प्रति लीटर पानी में दो मिलीलीटर की दर से बनाकर छिड़कें।                                                                घर की बगिया में कीटनाशक का प्रयोग

स्केल

गुलाब, गुलदाऊदी व डहेलिया अधिक प्रभावित होते हैं। रोकथाम के लिए रोगोर व फॉसमाइट का घोल दो मिलीलीटर प्रति लीटर पानी की दर से बनाकर छिड़कें।

फफूंदी

घर की बगिया में मन्कोजेब (डायथेन एम 45 ) कॉनटेक्ट फफूंदी नाशक का उपयोग कार्बेडेजिम (बैविस्टीन) जैसे सिस्टेमिक फफूंदीनाशक के मुकाबले बेहतर होगा। आमतौर पर घरों की बगिया में गलन, आसिता (पाउडरी या डाउनी मिल्डियू) व झुलसा के लिए मन्कोजेब (डायथेन एम 45 ) के घोल का छिडकाव करें ।।

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